Haryana News:हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पानीपत के पुलिस इंस्पेक्टर और सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले से जुड़े तीसरे अफसर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस मामले में 20 फरवरी तक मुख्यालय स्तर पर जांच करवाकर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं।
CM ने जिस इंस्पेक्टर उमर मोहम्मद को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं, वह 31 अगस्त 2022 को रिटायर हो चुका है। CM ने फैक्ट्री मालिक से लड़ाई-झगड़े और हथियार से हमला करने के मामले में सही ढंग से जांच न करने पर यह एक्शन लिया है।
इंस्पेक्टर उमर मोहम्मद की फाइल फोटो। वह फिलहाल पुलिस विभाग से रिटायर हो चुके हैं।
सच्चाई न होने की बात कह रिपोर्ट बंद की
पानीपत के रहने वाले राजेश गुप्ता ने पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि अत्तर राइस एवं जनरल मिल्स में से उनकी कंपनी को 18 फुट चौड़ा रास्ता मिला हुआ है।
19 सितंबर 2021 को सुबह 9 बजे अत्तर चंद मित्तल तथा उसके बेटे अंकुर मित्तल तथा मनीष मित्तल ने 40-50 आदमियों को साथ लेकर उनके रास्ते को उखाड़ दिया। शाम को 100 बदमाशों के साथ आकर जान से मारने की नीयत से उन पर फायर किए। पुलिस में शिकायत दर्ज होने पर इस मामले की जांच तत्कालीन ASI रामनिवास एवं इंस्पेक्टर उमर मोहम्मद द्वारा की गई। उस दौरान सच्चाई न होने की बात कह कर जांच रिपोर्ट को बंद कर दिया गया।
CM विंडो पर पहुंची शिकायत
संजय गुप्ता ने इस मामले की शिकायत CM विंडो पोर्टल पर की। उन्होंने बताया कि इसमें मुख्यमंत्री के आदेशानुसार मामले की जांच मुख्यालय स्तर पर करने के आदेश दिए गए।
एक बार फिर मामले की जांच के लिए करनाल पुलिस को केस भेजा गया। करनाल रेंज के IG ने जांच करने के बाद रिपोर्ट को बंद करने पर संदेहजनक बताया।
सीएम के OSD भूपेश्वर दयाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 20 फरवरी 2024 तक मुख्यालय स्तर पर जांच करवाकर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं।
20 फरवरी तक मांगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री के OSD भूपेश्वर दयाल के अनुसार, अब मुख्यमंत्री ने इस मामले में तत्कालीन ASI रामनिवास और इंस्पेक्टर उमर मोहम्मद को निलंबित करने तथा इस मामले की जांच को मुख्यालय स्तर पर करने की बजाय दोबारा करनाल पुलिस को भेजने वाले तीसरे अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।