दहेज में छोटी-छोटी चीजों के लिए बहू को ताने मारने वाली सास के किस्से तो बहुत सुनने में आते हैं, लेकिन दहेज में एक चीज भूल जाने के कारण सास ने बेटे बहु का मिलन रोकने वाली सास के बारे में नहीं सुना होगा
ऐसा ही हैरान करने वाला मामला आया है। मसौली थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती का विवाह लखनऊ में सरकारी चिकित्सालय में संविदा पर काम करने वाले युवक के साथ 25 फरवरी 2024 को हुआ था। युवती के मुताबिक, उसके पिता का निधन हो चुका है। मां व भाइयों ने दहेज में अन्य सामान के साथ कार भी दी। विदा होकर ससुराल पहुंची तो वहां सास का रुख कुछ देर बाद बदल गया।
दूसरी मंजिल पर अकेली रात 10 बजे तक बैठी रही। किसी ने चाय-पानी तक नहीं पूछा तो नीचे उतरकर सास के पास गई और अपना कमरा पूछा। सास ने कमरा बताया, लेकिन कमरे में रजाई नहीं थी।
सास से पूछा तो बोली कि उसके मां व भाइयों ने रजाई नहीं दी है तो बिना रजाई के सो जाए। यह सुनकर खुशियां मानों काफूर हो गईं। आंखों से आंसू गिरने लगे। कमरे में जाकर बेड का पाया पकड़कर बैठ गई।
मध्य रात के बाद पति रजाई लेकर आए तो वह थकान के कारण सो गई। दूसरे व तीसरे दिन भी पति साथ में रहे, लेकिन उनसे मिलन नहीं हुआ । चौथे दिन पति मोहल्ले में ही स्थित अपने बड़े भाई के घर में चले गए। वहां से चार दिन बाद लौटे, फिर भी मिलन नहीं हो सका।
इसके बाद जब पति ड्यूटी पर चले गए, तब सास ने पूछा आप दोनों का मिलन हुआ कि नहीं? बहू बोली, आप अपने बेटे से पूछें। सास ठहाका मारकर हंसी और बोली हमें पता है, मिलन मेरी मर्जी के बिना नहीं हो सकता।
फिर अपने पास बिठाकर सास बोली, आपकी मां ने टीवी दिया होता तो हम दोनों सास-बहू बैठकर देखते। पांच परछन वाली साड़ियां भी नहीं दी, जिससे हमारी बहुत बेइज्जती हुई है। बहू के मुताबिक, 15 दिन बाद वह भाई के साथ मायके आ गई। समझाने की सारी कोशिशें फेल होने के बाद एसपी को प्रार्थना पत्र दिया।
जब पति से पूछा गया तो उसने भी ससुराल वालों पर तिलक समारोह में अच्छी खानपान की व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाकर ताने मारने को अपनी नाराजगी का कारण बताया। यह भी कहा कि इन सब कार्यों में पत्नी की सहभागिता रही है।
पति के मुताबिक, पत्नी ने अपने भाइयों व मामा से दिमाग सही कराने की धमकी भी दी है। इसलिए वह रिश्ता नहीं रखेगा, लेकिन युवती ने पुरानी बातों को भुलाते हुए रिश्ते की नई शुरुआत करने की बात कही।
काउंसलर संजीव मिश्र, अमृता शर्मा व केएन तिवारी ने पति-पत्नी को कुछ देर के लिए अलग बैठकर बातें करने की मोहलत दी। इसके बाद युवक ने एक सप्ताह का मौका सोचने के लिए मांगा, पर महिला थानाध्यक्ष मुन्नी सिंह ने दो सोचने समझने का मौका देकर कहा कि बातचीत से सुलह नहीं हुई तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
ऐसा ही हैरान करने वाला मामला आया है। मसौली थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती का विवाह लखनऊ में सरकारी चिकित्सालय में संविदा पर काम करने वाले युवक के साथ 25 फरवरी 2024 को हुआ था। युवती के मुताबिक, उसके पिता का निधन हो चुका है। मां व भाइयों ने दहेज में अन्य सामान के साथ कार भी दी। विदा होकर ससुराल पहुंची तो वहां सास का रुख कुछ देर बाद बदल गया।
दूसरी मंजिल पर अकेली रात 10 बजे तक बैठी रही। किसी ने चाय-पानी तक नहीं पूछा तो नीचे उतरकर सास के पास गई और अपना कमरा पूछा। सास ने कमरा बताया, लेकिन कमरे में रजाई नहीं थी।
सास से पूछा तो बोली कि उसके मां व भाइयों ने रजाई नहीं दी है तो बिना रजाई के सो जाए। यह सुनकर खुशियां मानों काफूर हो गईं। आंखों से आंसू गिरने लगे। कमरे में जाकर बेड का पाया पकड़कर बैठ गई।
मध्य रात के बाद पति रजाई लेकर आए तो वह थकान के कारण सो गई। दूसरे व तीसरे दिन भी पति साथ में रहे, लेकिन उनसे मिलन नहीं हुआ । चौथे दिन पति मोहल्ले में ही स्थित अपने बड़े भाई के घर में चले गए। वहां से चार दिन बाद लौटे, फिर भी मिलन नहीं हो सका।
इसके बाद जब पति ड्यूटी पर चले गए, तब सास ने पूछा आप दोनों का मिलन हुआ कि नहीं? बहू बोली, आप अपने बेटे से पूछें। सास ठहाका मारकर हंसी और बोली हमें पता है, मिलन मेरी मर्जी के बिना नहीं हो सकता।
फिर अपने पास बिठाकर सास बोली, आपकी मां ने टीवी दिया होता तो हम दोनों सास-बहू बैठकर देखते। पांच परछन वाली साड़ियां भी नहीं दी, जिससे हमारी बहुत बेइज्जती हुई है। बहू के मुताबिक, 15 दिन बाद वह भाई के साथ मायके आ गई। समझाने की सारी कोशिशें फेल होने के बाद एसपी को प्रार्थना पत्र दिया।
जब पति से पूछा गया तो उसने भी ससुराल वालों पर तिलक समारोह में अच्छी खानपान की व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाकर ताने मारने को अपनी नाराजगी का कारण बताया। यह भी कहा कि इन सब कार्यों में पत्नी की सहभागिता रही है।
पति के मुताबिक, पत्नी ने अपने भाइयों व मामा से दिमाग सही कराने की धमकी भी दी है। इसलिए वह रिश्ता नहीं रखेगा, लेकिन युवती ने पुरानी बातों को भुलाते हुए रिश्ते की नई शुरुआत करने की बात कही।
काउंसलर संजीव मिश्र, अमृता शर्मा व केएन तिवारी ने पति-पत्नी को कुछ देर के लिए अलग बैठकर बातें करने की मोहलत दी। इसके बाद युवक ने एक सप्ताह का मौका सोचने के लिए मांगा, पर महिला थानाध्यक्ष मुन्नी सिंह ने दो सोचने समझने का मौका देकर कहा कि बातचीत से सुलह नहीं हुई तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।