हाथरस भगदड़ को लेकर यूपी पुलिस हरिनारायण साकार विश्वहरि भोले बाबा की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है. पुलिस ने सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार भी किया है. प्रमुख आरोपी मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इसी बीच भोले बाबा की बड़ी बहन सोनकली ने बाबा से जुड़े कई खुलासे किए है.
सोनकली ने अपने भाई को प्रभु बुलाते हुए कहा, ‘भाई से मेरी बात तो नहीं होती. करीब 15 साल से हमारी मुलाकात नहीं हुई. बचपन में साथ में रहे. शुरू में उसकी पुलिस में नौकरी लगी, फिर सीआईडी पुलिस इंस्पेक्टर हो गए.’
यह पूछे जाने पर क्या शुरू से सूरज पाल का रुझान अध्यात्म की ओर था, क्या उसके पास कोई सिद्धि थी, इस सवाल के जवाब में सोनकली ने कहा, ‘प्रभु के पास इसलिए आते हैं सब क्योंकि लोगों को फायदा होता है. पढ़े-लिखे लोगों को फायदा नहीं मिलेगा तो क्यों आएंगे. हमारे परिवार में तीन पीढ़ी से ऐसे ही संत प्रवृत्ति के रहे. मेरे भाई का अध्यात्म और सिद्धि की तरफ पहले से रुझान था. प्रभु सत्संग में भाई-चारे का संदेश देते थे. मैंने भी सुना है. भाईचारा, अच्छी शिक्षा, अनेकता में एकता की बात करते थे.’
सोनकली ने कहा, ‘प्रभु पर लोगों की आस्था बहुत ज्यादा है. आस्था है तभी तो जो मर गए, उसके बाद भी बुराई नहीं कर रहे.’ सत्संग में मची भगदड़ पर उन्होंने कहा, ‘मैंने भी भगदड़ के बारे में सुना है. मैं तो वहां गई नहीं थी. प्रभु के सत्संग समापन के बाद भगदड़ मची. कार्रवाई उचित है लेकिन मेरे भाई पर एक्शन नहीं होनी चाहिए. प्रभु वहां नहीं थे. उनका कोई कसूर नहीं है.’ पुलिस से दूर भागने के सवाल पर सोनकली ने कहा, ‘प्रभु सही समय आने पर पुलिस के सामने आएंगे.’