हरियाणा के सोनीपत में भाजपा की टिकट कटने के बाद पूर्व मंत्री कविता जैन व उनके पति राजीव जैन के समर्थक बगावत पर उतर आए हैं। जहां रात को दर्जन भर से ज्यादा पदाधिकारियों ने भाजपा छोड़ी, वहीं सुबह समर्थकों की मीटिंग में टिकट कटने से उदास कविता जैन की आंखों से आंसू निकल आए। राजीव जैन दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उनके समर्थकों ने प्रदर्शन कर पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की और निखिल मदान को टिकट देने का विरोध किया।
कविता जैन ने कहा कि 8 सितंबर तक वे भाजपा आलाकमान को समय देते हैं। इसके बाद वे फैसला करेंगे कि भाजपा में रहना है या नहीं। राजीव जैन ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।पूर्व मंत्री कविता जैन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 50 साल से पार्टी के साथ समर्पित होकर कार्य किया है। टिकट मिलने वाले निखिल मदान का पार्टी में कोई रोल नहीं रहा हे। वे तो भाजपा को जीतता हुआ देख कर इसमें शामिल हुए हैं। समझ नहीं आता कि पार्टी को इसकी क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि सोनीपत की जनता हिसाब मांग रही है। इसका जवाब पार्टी से भी लेकर रहेंगी।कविता जैन समर्थकों की मीटिंग में कई बार भावुक हुई। वर्करों ने उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि वे उनके साथ हैं। इसके बाद वे बोलने के लिए उठी तो उनका रुख बड़ा आक्रामक रहा। उन्होंने बड़े तीखे अंदाज में वर्करों को संबोधित किया और कहा कि आलाकमान ने बातचीत के लिए बुलाया है। बस एक दो दिन वेट करेंगे। उन्होंने यहां चुनौती दी कि सोनीपत की जनता भाजपा और निखिल मदान दोनों से ही हिसाब ले लेगी। करीब 15 मिनट में उन्होंने पार्टी के लिए किए अपने कामों की याद दिलाई, वहीं विपक्षियों पर भी हमलावर रही। बैठक में उनके समर्थक बार बार उनको भरोसा दिलाते रहे कि वे उनके साथ हैं। इस दौरान राजीव-कविता जैन का कार्यालय वर्करों से भरा रहा।