बारकोड और रूट वार व्यवस्था से नाराज ई-रिक्शा चालकों की जिला प्रशासन से बातचीत नहीं पाई। बुधवार को नौ हजार ई-रिक्शा चालक अपने वाहनों की चाबी प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय में सौंपने पहुंचे। इस दौरान चालकों ने जमकर नारेबाजी की।
इससे पहले मंगलवार को छठवें दिन नाराज ई-रिक्शा चालकों ने चाबी सौंपने को लेकर ऐलान किया था। वहीं दोपहर में सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा और पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने शास्त्री घाट पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का समर्थन पत्र सौंपा था। उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि प्रशासन ने मांग नहीं मानी तो अखिलेश यादव वाराणसी आकर आंदोलन में शामिल होंगे।
अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण काशी ने बताया कि चालकों के मना करने पर भी यातायात पुलिस जबरन ई-रिक्शा को होमगार्ड और टीआई के जरिये यातायात कार्यालय ले जाकर बार कोड लगवाया। उन्होंने कहा कि बिना सहमति के बार कोड लगवाया जा रहा है। बहुत से चालक अज्ञानतावश अपनी गाड़ी में स्टीकर लगवा रहे हैं। क्योंकि 2 किलोमीटर की रेंज में चालक क्या कमाएंगे। बैंक की किश्त भी नहीं भर पाएंगे। इससे गलियों में रहने वाले लोगों को भी दिक्कत होगी।