हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में फोन पर बात करते समय ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में एक युवक ट्रेन की चपेट में आ गया। जिसके चलते उसकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद जीआरपी थाना पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम और पहचान के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में तो रखवा दिया, लेकिन पुलिस मृतक के परिजनों को खोजने में नाकामयाब रही।
मृतक के परिजन खुद उसे ढूंढते हुए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में पहुंचे, जहां उन्हें पता चला कि उसकी मौत बीते रविवार को ट्रेन हादसे का शिकार होकर हो गई थी। जानकारी देते हुए मृतक की पत्नी अनु ने बताया कि उनके पति फोन पर बात करते हुए उसे लेने के लिए आ रहे थे। अनु के मुताबिक उसके पति रोशन उम्र 28 साल दोनों की शादी 2017 में हुई थी, उनकी तीन बेटियां हैं।
अनु कोलकाता में अपनी मौसी के घर पर गई हुई थी। बीते रविवार की शाम लगभग 7:30 बजे उसके पति रोशन ने फोन करके कहा था कि मैं तुम्हें लेने के लिए आ रहा हूं, तुम रेडी रहना मेरा तुम्हारे और बच्चों के बिना मन नहीं लग रहा। इसके बाद उन्हें रात को 10:40 बजे ट्रेन पकड़नी थी, लेकिन इस दौरान उनके साथ यह हादसा हो गया। इसके बारे में उन्हें पता ही नहीं चला।
कुछ देर बाद जब उसने रोशन पर फोन मिलाया तो रोशन का फोन स्विच ऑफ आ रहा था। काफी फोन मिलाने के बाद रोशन का फोन नहीं मिला, तब उसने फरीदाबाद में अपने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी और वह भी ट्रेन पकड़कर रोशन को खोजते हुए फरीदाबाद आ गई। उसने पुलिस में भी जाकर शिकायत की, लेकिन कहीं कोई सुहाग नहीं लगा। उसके बाद बीके अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने शक जताते हुए मॉर्च्युरी में भी रोशन के बारे में पूछताछ की। इसके बाद उन्हें पता चला कि बल्लभगढ़ में बीते रविवार की रात लगभग 10 बजे ट्रेन हादसे में एक युवक की मौत हुई थी। जिसके शव को उन्हें जब दिखाया गया, तब उन्होंने रोशन के हाथ पर नाम को देखकर उसे पहचान लिया। अनु ने रो रो कर बताया कि रोशन ने अंतिम बार वीडियो कॉल करके अपने बच्चों और उन्हें देखा था और बात की थी।