हरियाणा के जींद में संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा की बैठक सोमवार को जाट धर्मशाला में हुई। इसकी अध्यक्षता रत्न मान, रणवीर मलिक, कैप्टन रणधीर चहल और संदीप सिवाच ने की। बैठक में पराली प्रबंधन, डीएपी की समस्या, फसल उठान और खरीद से संबंधित किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से जवाब लेने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की पंचायत 5 नवंबर को कुरुक्षेत्र में करने का फैसला लिया गया।
उन्होंने लघु सचिवालय पहुंचकर धरना दिया और डीसी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पराली प्रबंधन की व्यवस्था करने के बजाय प्रदूषण का सारा दोष किसानों के ऊपर डाल रही है। केंद्र सरकार के लगातार तीन बजट से उर्वरक के अनुदान में कटौती करने से डीएपी की कमी बनी हुई है। इस साल किसानों को धान का कम रेट मिलने से घाटा हो रहा है।

उन्होंने निर्णय किया कि दिल्ली कूच के चार साल पूरे होने पर 26 नवंबर को हरियाणा के सभी जिलों में चेतावनी दिवस मनाते हुए आक्रोश प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे जाएंगे। प्रदर्शन के माध्यम से एमएसपी की कानूनी गारंटी, कर्जा मुक्ति, शहीद स्मारक के निर्माण की मांग करते हुए सरकार को तीन माह की चेतावनी दी जाएगी।

समाधान न होने पर देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर बलबीर सिंह, सुखविंदर सिंह, कंवरजीत सिंह, जोगेंद्र नैन, विकास सीसर, बाबा गुरदीप, कुलबीर मलिक और आजाद पालवां मौजूद रहे।

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