पीलीभीत के बिलसंडा में सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गईं 11 दुकानों को प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। मंगलवार को हुई कार्रवाई के दौरान प्रधान की ओर से बनाया गया मकान भी ढहाया गया है। इस दौरान कब्जेदार की मौके पर मौजूद टीम से नोकझोंक भी हुई। पुलिस मौजूद होने से स्थिति बिगड़ नहीं पाई।
गांव तिलछी चौराहा पर सरकारी जमीन कब्जाने के बाद यहां अवैध रूप से 11 दुकानों का निर्माण कर लिया गया था। इस मामले में गांव के एक व्यक्ति की ओर से शिकायत की गई थी। शिकायत में ग्राम प्रधान के पति हनीफ और अन्य लोगों पर अवैध रूप से दुकानों समेत मकान बनाने का आरोप लगाया गया था। साथ ही तहसीलदार कोर्ट में भी वाद दायर किया गया था। इसके बाद जिलाधिकारी कोर्ट में वाद दायर किया गया, जहां से कब्जा हटाने को लेकर आदेश जारी हो गया। इस पर तहसील स्तर से कार्रवाई शुरू हुई।
क्षेत्रीय लेखपाल विदित ने कब्जेदारों को नोटिस जारी कर 15 दिन का समय देकर जमीन से कब्जा हटाने की बात कही थी। कब्जा नहीं हटने पर दोबारा नोटिस जारी कर तीन दिन का समय दिया गया। इसके बाद मंगलवार को तहसीलदार करम सिंह, नायब तहसीलदार वीरेंद्र कुमार ने राजस्व और पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की।
बुलडोजर से 11 दुकानों को ढहा दिया गया। एक दुकान के ऊपर बने मकान को भी गिरा दिया गया। इस दौरान प्रधान के पति की टीम से नोकझोंक भी हुई। प्रधान के पति ने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता ने भी सरकारी जमीन पर कब्जा किया है, लेकिन प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।
बीसलपुर के तहसीलदार करम सिंह ने बताया कि 11 दुकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई है। शेष अवैध निर्माण को भी जल्द ध्वस्त कराया जाएगा। इसके लिए नोटिस जारी कर समय दिया गया है। अगर कब्जा नहीं हटाया गया तो इन पर भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।