हरियाणा में हिसार के आजाद नगर स्थित गीता कॉलोनी में रहने वाला एक परिवार किशोरी बेटी की तलाश में पांच दिनों से लघु सचिवालय के बाहर सर्दी के मौसम में धरने पर बैठा है। उनकी मांग की है कि जब तक उनकी बेटी हर्षिता नहीं मिल जाती उनका संघर्ष जारी रहेगी।
वहीं शहर के संगठनों का पीड़ित परिवार को समर्थन मिल रहा है। शुक्रवार को भीम आर्मी के सदस्य धरनास्थल पर पहुंचे थे और परिवार के सदस्यों के साथ पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने मुलाकात की थी। पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि जल्द बेटी को तलाश कर लिया जाएगा। भीम आर्मी के सदस्यों ने पुलिस प्रशासन को पांच दिन का समय दिया है, इसके बाद बेटी नहीं मिली तो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
लघु सचिवालय के बाहर मंगलवार दोपहर से गीता कॉलोनी में रहने वाला सुनील कुमार अपनी पत्नी रागनी और दो छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठा है। परिजनों का दिनरात धरना चल रहा है। कड़ाके की ठंड में परिवार धरने पर बैठा हुआ है।
धरने पर बैठे सुनील कुमार का कहना है कि वह गाड़ी चलाता है। बेटी हर्षिता नौवीं कक्षा तक पढ़ी है और एक साल से घर पर थी। 29 सितंबर की सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर वह घर से निकली। उसके बाद वह मुख्य सड़क पर एक ऑटो में बैठी उसके बाद कहां गई इस बारे में कुछ नहीं पता। बेटी के घर न आने पर इस बारे में आजाद नगर थाना पुलिस में शिकायत दी। उसके बाद पुलिस को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी दे दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस द्वारा बेटी की तलाश में कोई कार्रवाई न करने से खफा होकर परिवार के साथ घरने पर बैठा हूं। उनका कहना है कि जब तक बेटी नहीं मिल जाती धरना जारी रहेगा।