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क्षेत्रवासियों ने बताया कि यह मंदिर पटियाला रियासत के महाराजा के समय से है 300 वर्ष पूर्व आकर अपना स्थान बनाया था। जिसके बाद उन्हीं के नाम से क्षेत्र का नाम ढाणी मेहताब के नाम से पड़ा है और उन्होंने ही आकर यहां पर आकर इस ढाणी को बसाया था। उन्हीं के नाम पर क्षेत्र का नाम मेहताब ढाणी पड़ा और आज इसी के अवसर पर बाबा मेहताब दास की पूजा एवं हवन यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ो लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। 
क्षेत्रवासी रवींद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की बाबा मेहताब दास का 7 वे भंडारे का आयोजन किया गया है उन्होंने बताया कि क्षेत्रवासियों में बाबा की प्रति काफी श्रद्धा है और बाबा लोगों की मनोकामना पूर्ण करते हैं उन्होंने बताया कि 300 वर्ष पूर्व बाबा मेहताब दास ने मंदिर की स्थापना की थी इसके बाद इस क्षेत्र का नाम भी मेहताब दास की ढाणी के नाम से जाना जाता है।

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