राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में वन विभाग की टीम ने डूंगला क्षेत्र में 4 टन खैर की लकड़ियों से भरा एक ट्रक पकड़ा है। आरोपी मौके से फरार हो गया। यह लकड़ियां लगभग 5 से 6 लाख रुपयों की बताई जा रही है। वन विभाग की टीम ने ट्रक के मालिक की भी जानकारी जुटा ली है।
निंबाहेड़ा रेंजर राजेंद्र चौधरी ने बताया सूचना मिली थी की एक ट्रक बांसी से डूंगला की ओर जा रहा है। ट्रक में अवैध रूप से खैर की लकड़ियां भरी हुई है। सूचना मिलने के बाद डीएफओ विजय शंकर पांडेय के निर्देश पर वन विभाग की एक टीम बनाई गई और टीम बांसी बोहेड़ा रोड, डूंगला पहुंची। जहां ट्रक आता हुआ दिखाई दिया। ट्रक के ड्राइवर को रोकने का इशारा किया, लेकिन उसने वन विभाग की टीम को देखकर ट्रक की रफ्तार तेज कर दी और डूंगला की ओर भागा। इस पर टीम ने ट्रक का पीछा किया।
डूंगला में पहुंचकर ड्राइवर ट्रक को बीच रास्ते में छोड़कर भाग निकला। ड्राइवर को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं मिला। ट्रक को टीम ने अपने कब्जे में लेकर चेक किया तो पीछे खैर की लकड़ियां भरी हुई मिली। नाके पर लाकर तोल करने पर उसमें लगभग 4 टन खैर की लकड़ियां पाई गई थी। जिसकी कीमत लगभग 5 से 6 लाख रुपयों की बताई जा रही है।
टीम ने जब ट्रक की जानकारी ली तो पता चला की यह ट्रक डूंगला निवासी कलू खां की है। जानकारी में आया कि यह लकड़ियां बांसी के जंगलों से काटी गई है और उसे डूंगला तक पहुंचाना था। इस कार्रवाई में रेंजर राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में वनपाल मांगीलाल मीणा, वनरक्षक उदय लाल गुर्जर और होमगार्ड शौकत अली शामिल थे।