हरियाणा के उचाना दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर स्थित खटकड़ टोल प्लाजा को किसानों ने फ्री करवाया गया । 4 बजे तक टोल फ्री रहा।
किसान संगठन और जन संगठन खटकड़ टोल प्लाजा के प्रबंधकों की तानाशाही, राहगीरों से बदतमीजी और अनुशासनहीनता व टोल के कुप्रबंधन का विरोध कर रहे हैं। नियमानुसार टोल पर जो सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए, उन सब सुविधाओं का खटकड़ टोल प्लाजा पर प्रबंधन नहीं है।
भाकियू युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि जो किसान संगठन है भाकियू, संयुक्त किसान मोर्चा के दूसरे संगठन है उनके पदाधिकारी एवं जो कार्यकर्ता है वो टोल से फ्री जाते है। इन नेताओं को अनेकों जगहों पर जाना पड़ता है जहां किसानों की मीटिंग, प्रदर्शन होते है। बहुत टोल इसको सही तरीके से कर रहे है। जो खटकड़ टोल ये लगातार हमारे किसान नेताओं, किसानों के साथ बदमीजी कर रहा है। चुनाव से पहले तीन दिन तक इस टोल को फ्री रखा था। जब प्रशासन के साथ समझौता हुआ था प्रशासन की मौजदूगी में तो खटकड़ टोल प्रबंधन कमेटी द्वारा ये वायदा किया था कि किसी भी किसान नेता, कार्यकर्ता के साथ बदमीजी नहीं करेंगे। जिसको यूनियन का कार्ड है, गाड़ी के ऊपर झंडा लगा है वो गाड़ी टोल से फ्री जाएगी। करीब तीन दिन पहले पंजाब के किसान नेताओं के साथ बदमीजी की गई। खटकड़ टोल को 11 बजे से लेकर 4 बजे तक संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर टोल फ्री किया गया है। खटकड़ टोल कर्मियों का व्यवहार नहीं सुधरा तो भविष्य में खटकड़ टोल को नियमित रूप से फ्री करवाएंगे। जो टोल प्लॉज किसान नेताओं के साथ गलत व्यवहार करते है उनको भी सबक सिखाने का काम करेंगे।
किसान नेत्री सिक्किम सफा खेड़ी दिल्ली में जो मीटिंग होती है उसमें जो किसान नेता जाते है उनके साथ जो खटकड़ टोल है उसके कर्मी गलत तरीके से व्यवहार करते है। किसान नेताओं द्वारा कार्ड दिखाए जाने के बाद भी व्यवहार का तरीका गलत होता है। सांकेतिक धरना किसानों ने इसके विरोध में दिया है। बेशक तीसरी बार सरकार भाजपा की बनी हो लेकिन अपने हक के लिए संघर्ष वो करेंगे। जो वीवीआई लोग है उनके टोल फ्री किए हुए है लेकिन जो किसान, मजदूर के लिए लड़ रहे है उनके टोल फ्री नहीं किए गए है। किसान नेताओं के साथ सरकार के इशारे पर गलत तरीके से व्यवहार किया जाता है। जो भाकियू उग्राहां का प्रदेशाध्यक्ष झंडा सिंह है उसके साथ गलत व्यवहार किया। कार्ड दिखाने के बाद भी उनकी गाड़ी को बिना टोल दिए नहीं जाने दिया। दिल्ली के अंदर जो हमारी मीटिंग थी वो संयुक्त मोर्चा की मीटिंग थी। उग्राहां, किसान सभा सहित जो भी आस-पास धरना देने वाले संगठन है वो यहां पहुंचे है।
डीएसपी संजय कुमार ने कहा कि 11 बजे से 4 बजे तक शांति पूर्वक तरीके बैठे है। धरना देने वालों की मांग है कि जो किसान नेता है उनके टोल फ्री किए जाए। जीएम टोल प्रबंधन ने कहा कि जो कार्ड किसान नेताओं के पास होते है उनकी एक कॉपी टोल प्लाजा को दी जाए ताकि पता चल सकें कि जो कार्ड लिए हुए है वो सही कार्ड है।