हरियाणा के सिरसा में साइकिल पर जगह जगह जाकर कपड़े बेचने वाले की मौज हो गई. वह 15 साल से जिस चीज के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा था, आखिर वह पूरा हो ही गया.
एक कॉल ने उसकी जिंदगी बदल दी. आइये जानते हैं पूरा मामला क्या है…
दरअसल, सिरसा के गांव जासानिया में रहने वाले ईश्वर को 10 लाख रुपये की लॉटरी लगी है. 10 लाख की लॉटरी लगने से ईश्वर व उसका परिवार बहुत खुश है. बुधवार को ईश्वर व उसके परिवार ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी जाहिर की. मंगलवार रात को 8 बजे लॉटरी का ड्रॉ निकला तो लाटरी एजेंट विनोद कुमार ने ईश्वर को फोन करके बधाई दी. 10 लाख रुपये का इनाम लगने के खुशी में ईश्वर व उसका परिवार सारी रात सो नहीं पाया.
बुधवार सुबह दीपक लॉटरी एजेंसी सरदूलगढ़ के संचालक दीपक मोंगा ने ईश्वर को बताया कि पंजाब स्टेट डियर 200 मंथली लॉटरी का दूसरा इनाम उसे लगा है. ईश्वर का कहना है कि वह पिछले 15 साल से लॉटरी खरीद रहा है. वह घूम फिरकर लॉटरी बेचने वाले लॉटरी एजेंट विनोद कुमार से लॉटरी खरीदता था. विनोद कुमार दीपक लॉटरी एजेंसी सरदूलगढ़ का एजेंट है.
मंगलवार शाम को ईश्वर ने लॉटरी एजेंट विनोद को फोन करके कहा कि भाई इस बार गांव में लॉटरी बेचने नहीं आए. विनोद ने ईश्वर से कहा कि मैंने तुम्हारी लॉटरी बुक कर ली है. शाम को आकर ले जाना. रात 8 बजे लॉटरी का ड्रॉ निकला तो दीपक लॉटरी एजेंसी के मालिक दीपक मोंगा ने अपने एजेंट विनोद कुमार को बताया कि तुम्हारी बेची हुई टिकट को दूसरा इनाम लगा है. यह लॉटरी ईश्वर की लगी.
ईश्वर गरीब परिवार से है. वह गांव-गांव साइकिल पर कपड़े बेचने का काम करता है. ईश्वर का कहना है कि भगवान ने उसकी सुन ली है. वह पिछले 15 साल से लॉटरी खरीद रहा था. उसने ये लॉटरी अपने बेटे आर्यन के नाम से ली थी. उसका बेटा गूंगा-बहरा है. ईश्वर का कहना है कि लॉटरी की रकम से वह गांव में कपड़े की दुकान खोलेगा
ईश्वर का कहना है कि उसे विश्वास नहीं हुआ कि उसे 10 लाख की लॉटरी लगी है. बुधवार को दीपक लॉटरी एजेंसी के मालिक दीपक मोंगा व लॉटरी एजेंट विनोद कुमार ईश्वर के घर पहुंचे. ईश्वर ने उनका स्वागत किया. लॉटरी एजेंसी मालिक दीपक मोंगा का कहना है कि लॉटरी विजेता ईश्वर का क्लेम 10 जनवरी को फाइल कर दिया जाएगा. इसके बाद उसके बैंक अकाउंट में लॉटरी राशि आ जाएगी. दीपक मोंगा ने बताया कि सिरसा जिला में पिछले पांच वर्षों में कई लोगों की लॉटरी निकल चुकी है.