हरियाणा में अपनी मांगों को लेकर चल रही लिपिक वर्ग की तीन दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल को आगामी 20 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। हरियाणा क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर के बैनर तले हरियाणा लिपिक वर्ग लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहा है। पिछले साल कार्यालय कर्मचारी 35,400 रुपये के मूल वेतन की मांग को लेकर 42 दिनों तक हड़ताल पर रहे थे| पिछले साल 15 अगस्त को, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में सरकार और एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल के बीच समझौता हुआ था और लिपिक वर्ग के 35,400 रुपये वेतन की मांग के लिए कार्य समीक्षा कमेटी का गठन किया जाएगा और हड़ताल के 42 दिनों में से 35 दिनों को सेवा की अवधि के रूप में गिना जायेगा और 7 दिनों की सवेतन छुट्टी काट ली जाएगी| सरकार ने लिपिक वर्ग के प्रदर्शन की समीक्षा करने के लिए एक पाँच सदस्यीय समिति बनाई, जिसमें तीन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और दो लिपिक प्रतिनिधि शामिल थे। लिपिक वर्ग के कार्यों की तीन महीने की जाँच के बाद आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी।जाँच के बावजूद सरकार ने लिपिक वर्ग को 35,400 रुपये देने के बजाय 21,700 रुपये का भुगतान करके एक क्रूर मजाक किया और हड़ताल के 42 दिनों में से 35 दिनों को सेवा समय के रूप में गिनने से भी इनकार कर दिया। एसोसिएशन के क्षेत्रीय मीडिया अधिकारी सिंचाई विभाग के सत्य प्रकाश ने विभाग के बताया कि लिपिक वर्ग के कर्मचारी 12 से 14 अगस्त तक 3 दिन की चेतावनी हड़ताल पर थे।जिसे 20 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है| बुधवार को धरना स्थल पर कांग्रेस नेता अजीत फोगाट और आप के जिला अध्यक्ष धनराज कुंडू ने कार्यालय कर्मियों का समर्थन किया और कहा कि उनकी मांगें जायज हैं|