हरियाणा के सोनीपत जिले की राई विधानसभा सीट पर कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा। शुक्रवार को जसपाल आंतिल ने भी कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। वे कांग्रेस में कई पदों पर रहे हैं और वर्तमान में कांग्रेस डेलीगेट थे। राई से कांग्रेस टिकट न मिलने से तो वे नाराज थे ही साथ में अब चुनाव में भी पार्टी नेताओं द्वारा अलग छोड़ दिए गए। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा-दीपेंद्र हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जमीन तक बेच दी, लेकिन अब धोखा मिला है।
जसपाल ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस में 16 सालों से जी जान से सेवा कर रहे थे। लेकिन अब उनको पार्टी ने धोखा दिया ओर जिन नेताओं के लिए काम कर रहे थे, उन्होंने भी अकेला छोड़ दिया। उन्होंने कांग्रेस काे आगे बढ़ाने के लिए अपनी जमीन तक बेची दी। लेकिन टिकट उन लोगों को दी गई, जो कि तीन महीने पहले शामिल हुए और उनकी इतने वर्षों की मेहनत पर पानी फेर गए। उनको सबक मिला है कि वर्षों तक मेहनत करने वालों की कहीं पर पूछ नहीं।
जसपाल आंतिल ने आरोप लगाया कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हर चीज का इस्तेमाल किया है। चाहे आप सोनीपत या रोहतक की राजनीति का इतिहास उठा लो, कितने लोगों को इन्होंने अपने लड़के की राजनीति के लिए रास्ते से हटा दिया है। पूरा राई क्षेत्र, पूरा सोनीपत जानता है कि दीपेंद्र हुड्डा सोनीपत के लिए निकलते थे तो जसपाल को मैसेज आता था।
उन्होंने कहा कि आज उसके बावजूद 16 साल की मेहनत के बाद उनकी पीठ में छुरा घोंपा गया है। टिकट कटने के बाद वे शांत होकर घर पर बैठे थे। जब हमें कल यह पता लगा कि उनके खुद के गांव खेवड़ा में दीपेंद्र हुड्डा आ रहे हैं। उनसे यह भी नहीं पूछा गया कि आपके गांव मे आ रहे हैं।
जसपाल ने कहा कि बिल्कुल स्पष्ट हो चुका है, आप बस 3 महीने पहले आओ, वहां पर बड़ी डील करो और टिकट ले लो और कहीं जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुत सारी बातें चल रही थी। दीपेंद्र हुड्डा बार-बार कहते थे कि टिकट हाईकमान देगा। लेकिन अब कल पूरे हलके को पता चल गया। दीपेंद्र खुद मैसेज देकर चले गए हैं कि टिकट मैंने दिया है। आप बरोदा की बात करो, वहां विश्वास घात हुआ। बात करो गन्नौर की, वहां देवेंद्र के साथ भी यही हुआ था। वह आज निर्दलीय घूम रहा है तो इन्हीं का घुमाया हुआ आदमी है।