राजस्थान के जालोर जिले में कॉन्स्टेबल के प्राइवेट बस ड्राइवर को थप्पड़ मारने के बाद जमकर हंगामा हुआ। लोगों ने पुलिस की गाड़ी को घेर लिया। आरोप था कि शराब के नशे में कॉन्स्टेबल ने ऐसी हरकत की है। मौके पर महिला एएसआई पहुंची और आरोपी सिपाही का मुंह सूंघकर कहा कि इसने शराब नहीं पी है। बाद में कॉन्स्टेबल ने ड्राइवर को सॉरी बोला, तब जाकर मामला शांत हुआ। घटना जालोर के जिला अस्पताल बस स्टैंड की है।
सोमवार की रात करीब 9.30 बजे जालोर जिला अस्पताल बस स्टैंड के पास पुलिस की गाड़ी में कॉन्स्टेबल बाबूलाल विश्नोई और एक अन्य सिपाही बैठा था। बाबूलाल पुलिस लाइन में तैनात है। इसी दौरान जीआर जाणी ग्रुप की प्राइवेट बस स्टैंड पर आई। बाबूलाल ने बस के पुलिस की गाड़ी में छू जाने का आरोप लगाया। गुस्से में वह बस के आगे चला गया।
बस का ड्राइवर लोकेश कुमार दरवाजा खोलकर उतर ही रहा था कि बाबूलाल ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद बस में बैठीं सवारियां, बस स्टैंड पर खड़े लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। बाबूलाल पुलिस की गाड़ी में जाकर बैठ गया। लोगों ने उस गाड़ी को घेर लिया।
लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। कोतवाली थाने से एएसआई शशिकला मौके पर पहुंचीं। लोगों ने कहा कि शराब के नशे में बाबूलाल ने ड्राइवर को पीट दिया। एएसआई शशिकला अपनी गाड़ी से उतरकर पुलिस की गाड़ी के पास गईं। ड्राइवर सीट पर बैठे बाबूलाल विश्नोई का मुंह सूंंघा और कहा कि इसने शराब नहीं पी है।
लोग कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। पुलिस बाबूलाल को जिला हॉस्पिटल ले गई और उसका मेडिकल कराया। मेडिकल में शराब पीने जैसी कोई बात सामने नहीं आई।
लोगों का विरोध देख एएसआई शशिकला ने कॉन्स्टेबल बाबूलाल से कहा कि ड्राइवर को सॉरी बोलो। कॉन्स्टेबल ने सॉरी कहा। तब मामला शांत हुआ।