हरियाणा के गुरुग्राम में साइबर ठगों की मदद करने के आरोप में एक बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने जालसाजों को खाता उपलब्ध करवाने के लिए साजिश रची। ग्राहक की रिक्वेस्ट के बावजूद खाता बंद न करके धोखे से मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी बदल डाली। इसी बीच मोबाइल पर अमाउंट क्रेडिट होने के मैसेज आने लगे तो कस्टमर ने पुलिस से शिकायत की। केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू हुई, फिर साइबर क्राइम थाना ईस्ट पुलिस ने आरोपी रिलेशनशिप मैनेजर को अरेस्ट कर लिया। पता चला कि ऑनलाइन जुआ खिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले जालसाजों को यह खाता बेचा गया था। इसके एवज में बैंककर्मी को पांच लाख रुपये मिलने थे। अब पुलिस पूरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
एक शख्स ने पुलिस को बताया कि उन्होंने एक बैंक की डीएलएफ फेज-2 ब्रांच में खाता खुलवाया हुआ था। अकाउंट बंद करवाने के लिए उन्होंने रिलेशनशिप मैनेजर टीपू सुल्तान से कहा। टीपू सुल्तान ने ब्रांच में आकर ही खाता बंद कराने की बात कही। इसके बाद छह दिसंबर को उनके मोबाइल नंबर पर खाते में 15 हजार रुपये क्रेडिट होने का मैसेज आया। इस बारे में टीपू सुल्तान को बताया तो उसने यह रकम बैंक की ओर से आने की बात करते हुए कहा कि खाता बंद हो जाएगा।
इसके बाद नौ दिसंबर को खाते में करीब एक करोड़ 96 लाख रुपये क्रेडिट होने का मेसेज आया। ऐसे में शक हुआ और बैंक जाकर पता लगाया तो जानकारी मिली कि उनकी बिना जानकारी के ही मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी बदल दिया गया है। एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शुक्रवार को आरोपी बैंक कर्मचारी टीपू सुल्तान निवासी मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया।