हरियाणा के रोहतक में शनिवार को दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी का शव मिला। शव करौर गांव के पास दुल्हेड़ा माइनर में तैर रहा था। युवक के हाथ पैर बंधे हुए थे। मृतक की पहचान दिल्ली के राजू एक्सटेंशन निवासी दीपक (32) के रूप में हुई है।दीपक शुक्रवार को परीक्षा देने के लिए घर से निकला था। बाद में, किसी ने उसका अपहरण कर लिया और उसके परिवार को फोन कर 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी।शुक्रवार को दीपक की लास्ट लोकेशन झज्जर में मिली थी। जिसके बाद आसौदा थाना में मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली के नगली विहार एक्सटेंशन निवासी दीपक ने आसौदा पुलिस को बताया था कि दीपक शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे घर से गाड़ी में सांपला के लिए निकला था। शाम करीब 7 बजे बहन ममता के पास जीजा दीपक के नंबर से फोन आया। दीपक ने कहा कि उसका कुछ लड़कों ने अपहरण कर लिया है। ये लोग छोड़ने के बदले 5 लाख रुपए मांग रहे हैं। जल्दी पैसों का इंतजाम कर उसे बचा लो। पहले नांगलोई, फिर बहादुगढ़ बुलाया दीपक ने बताया कि अपहरणकर्ता ने उनसे बात की और 5 लाख रुपए लेकर नांगलाई बुलाया। इसके बाद हमने द्वारका सेक्टर 17 पुलिस थाने में शिकायत दी और पुलिस टीम के साथ नांगलोई गए। वहां पुलिस के साथ काफी देर तक इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। इसके बाद उन्हें दोबारा कॉल आई और बहादुरगढ़ बुलाया। इसके बाद सांपला पुलिस थाना में संपर्क करके बहादुरगढ़ मेट्रो स्टेशन पर गए। इसके बाद अपहरणकर्ता का फिर से फोन आया और पैसे देने के लिए सेक्टर 6 मोड़ पर बुलाया।
रोहद टोल पर अकेले जाते दिखा था दीपक
उन्होंने पुलिस के साथ जीजा को तलाश किया और रोहद टोल के पास पहुंचे। वहां फुटेज चेक की तो पता चला कि जीजा अपनी गाड़ी में शाम 5 बजकर 11 मिनट पर अकेला ही सांपला से बहादुरगढ़ की तरफ जा रहे हैं। उनकी गाड़ी में कोई भी दिखाई नहीं दिया। जिससे स्पष्ट हुआ कि उसके जीजा दीपक का अपहरण बहादुरगढ़ एरिया में हुआ है। जिसके बाद झज्जर के आसौदा थाने में शिकायत दी। झज्जर के आसौदा थाने के जांच अधिकारी सुरेंद्र ने बताया कि पुलिस ने पहले ही अपहरण और फिरौती मांगने का मामला दर्ज कर दीपक की तलाश शुरू कर दी थी। अब शव मिलने के बाद धाराएं जोड़कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।