चंडीगढ़ के PGI और सेक्टर 32 मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल लगातार जारी है। इसके कारण ओपीडी सेवा सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है। रेजिडेंट डॉक्टरों के न होने के कारण प्रोफेसर और फैकल्टी डॉक्टरों की तरफ से सीमित समय के लिए मरीजों को देखा जा रहा है।
हड़ताल के कारण मरीजों की संख्या घटी
वहीं नए मरीजों के कार्ड नहीं बन रहे हैं। पीजीआई के अंदर सामान्य स्थिति में 11 से 12 हजार मरीज हर रोज ओपीडी में आते थे। लेकिन हड़ताल के दिनों में यह ओपीडी घटकर करीब 2000 तक रह गई है।
पीजीआई और 32 में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सेक्टर 16 मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। क्योंकि यहां पर नए और पुराने मरीज दोनों को देखा जा रहा है। सेक्टर 32 और पीजीआई में नए मरीजों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। सेक्टर 32 में सुबह 10:00 बजे तक और पीजीआई में सुबह 9:30 बजे तक ओपीडी सेवा खोली गई है। दोनों जगह पर इमरजेंसी सेवा भी चालू है। इमरजेंसी में मरीज का इलाज किया जा रहा है। हड़ताल कर रहे डॉक्टर मरीज तक भी अपनी बात पहुंचा रहे हैं। वह हर वार्ड में जाकर मरीजों को अपनी मांगों के बारे में सूचित कर रहे हैं।
हड़ताल कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा उनकी मांगों नहीं मान ली जाती है तब तक वह लगातार प्रदर्शन करेंगे। उनकी तरफ से कोलकाता घटना की जल्द से जल्द जांच, सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना और कोलकाता घटना में शामिल अधिकारियों का इस्तीफा शामिल है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक यह मांग पूरी नहीं होती हैं, तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। इसके लिए डॉक्टरों की तरफ से अस्पताल प्रशासन को भी अपना मांग पत्र सौंपा है। हालांकि प्रशासन की तरफ से उनकी मांगों को आगे सरकार तक पहुंचने का भरोसा दिया है।