उत्तर प्रदेश के कानपुर में दिवाली के त्यौहार पर मंदिर के दीये से घर में भीषण आग लग गई। हादसे में बिजनेसमैन पति-पत्नी समेत नौकरानी की जिंदा जलकर मौत हो गई। पूजा करने के बाद मंदिर में दीया जलाकर पति-पत्नी सो गए थे।
मंदिर में दीये से आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग फ़ैल गई। पति-पत्नी बेडरूम से बाहर नहीं निकल पाए। नौकरानी बचाने गई तो उसकी भी मौत हो गई।
धुआं उठता देख परिवार और आसपास के लोग पहुंचे। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंच गई। आग बुझाकर पति-पत्नी और नौकरानी को निकाला और अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पूरा मामला काकादेव इलाके का है।
पुलिस ने बताया कि मरने वालों की पहचान संजय श्याम दासानी (48), पत्नी कनिका दासानी (42) और नौकरानी छबि चौहान (24) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि इनके पास पारले बिस्किट फैक्ट्री की फ्रेंचाइजी है।
परिवार के लोगों ने बताया कि बिजनेसमैन का बेटा हर्ष हादसे के वक्त घर पर मौजूद नहीं था। वह दिवाली के चलते दोस्तों के साथ पार्टी करने गया था और देर रात लौटा। देखा तो घर से धुआं निकल रहा था। उसने आसपास के लोगों और पुलिस को सूचना दी।
फोरेंसिक टीम एक्सपर्ट ने बताया कि फर्स्ट फ्लोर पर जहां पर आग लगी है, बेडरूम से लेकर पूरे हिस्से में वुडन वर्क हुआ था। इसके चलते आग ने पूरे कमरे को पलभर में ही चपेट में ले लिया।
दूसरी तरफ, ऑटोमैटिक दरवाजा लगा था, जो गर्म होने के बाद लॉक हो गया था, इसलिए पति-पत्नी बाहर नहीं निकल सके और उनकी कमरे के भीतर ही मौत हो गई।
मेड छबि की मां रोते बिलखते अस्पताल पहुंची। वह बार-बार कह रही थी कि मेरी बेटी को वापस लौटा दों। मां सुनीता ने बताया कि हम लोग नानकारी में रहते हैं। छबि चार भाई-बहन थी।