भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में कमाल कर दिया है,भारत ने टोक्यो ओलंपिक के बाद लगातार दूसरा मेडल जीता है और ये पिछले 52 साल में पहली बार हुआ है| भारतीय टीम ने टोक्यो ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था और इस बार भी ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने में कामयाबी हासिल की है| बता दें कि 59वें मिनट में स्पेन को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन श्रीजेश ने उम्दा बचाव किया। हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार (8 अगस्त) को कोलंबस के यवेस-डु-मानोइर स्टेडियम में स्पेन पर 2-1 से जीत हासिल करके 2024 पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया।बता दें कि पहले क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई थी।वहीं दूसरे क्वार्टर में स्पेन ने 1-0 की बढ़त बना ली थी, उसके बाद दूसरे क्वार्टर का खेल खत्म होने तक भारत ने खेल में वापसी करके स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया था| कप्तान हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर को भी गोल में तब्दील किया था। फिर तीसरे क्वार्टर में भारत ने बढ़त हासिल कर ली थी, चौथे क्वार्टर में भारत ने एक भी गोल नहीं होने दिया और अंत 2-1 से जीत दर्ज की। यह भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश के लिए उनके आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में एक यादगार विदाई थी। सेमीफाइनल में जर्मनी से कड़ी हार के बाद, मेन इन ब्लू ने लगातार दो ओलंपिक कांस्य पदक हासिल किए।बता दें कि इस कांस्य पदक मुकाबले से पहले भारत और स्पेन ने विभिन्न टूर्नामेंटों में नौ बार एक दूसरे का सामना किया था, जिनमें से पांच मुकाबलों में भारतीय पुरुष टीम ने जीत हासिल की थी। इन पाँचों जीत में से दो जीत शूटआउट में हासिल की गई थीं। यह दूसरी बार है जब भारत ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने साल 1968 और साल 1972 में भी लगातार हॉकी का ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 

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