संयुक्त किसान मोर्चा भिवानी ने पूर्व प्रधानमन्त्री चौधरी चरण सिंह की 122 वीं जयन्ती सेमीनार करके जाट धर्मशाला भिवानी में मनाई तथा उन्हें किसानों का मसीहा बताया । किसानों की मांगों के लिए जिला उपायुक्त कार्यालय भिवानी के सामने प्रदर्शन करके जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
किसानों के प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा व किसान सभा के नेता कामरेड ओमप्रकाश व युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की मांगों की अनदेखी कर रही है , उन्होंने अपनी मांगों के लिए तेरह महीने आन्दोलन किया और केन्द्र सरकार ने 9 दिसम्बर , 2021 को किसानों की मांगे मानी थी , जिसमें एमएसपी की संवैधानिक गांरटी , बिजली निजिकरण बिल वापिस लेने व किसान मजदूर को ऋण मुक्त करने की प्रमुख मांग थी । परन्तु केन्द्र सरकार सहमति देने के बाद भी किसानों की इन मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है । उन्होंने कहा कि शम्भू बार्डर व खनौरी बार्डर पर कुछ किसान संगठन किसानों की मांगों को लेकर फरवरी , 2024 से धरनारत हैं और अब एक किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का 28 वां दिन आमरण अनशन में प्रवेश कर गया , परन्तु केंद्र सरकार उनसे बातचीत तक नहीं कर रही है और न ही उनको पैदल यात्रा के लिए इजाजत दे रही है । केन्द्र सरकार की इस तानाशाही के विरोध में आज सभी जिला केन्द्रों पर प्रदर्शन करके सम्बन्धित जिला उपायुक्तों के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजे जा रहे हैं , भिवानी व दादरी में 350 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम घोटाला हुआ है , उसकी जांच हाई कोर्ट के सीटिंग जज के नेतृत्व में न्यायिक जांच करवाई जाए तथा दोषियों को कड़ी सजा मिले व पीड़ित किसानों को ब्याज समेत बकाया दिया जाए । तेल पाईप लाईन से प्रभावित किसानों को न्यायोचित मुआवजा दिया जाए , उनके साथ पुलिस दमन ना हो । भिवानी जिला उपायुक्त की तरफ से ज्ञापन को तहसीलदार सुरेश कुमार को दिया गया ।