विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपॉक्स को वैश्विक आपातकाल घोषित कर दिया है| मंकीपॉक्स कांगों और अन्य अफ्रीकी देशों में फैला हुआ है। परिणामस्वरूप, 2022 से 116 देशों में 99,000 संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 208 लोगों की मृत्यु हो चुकी है| डब्ल्यूएचओ प्रमुख टीए घेब्रियसस के अनुसार, मंकीपॉक्स (Monkeypox)वायरस अब दुनिया भर के अन्य देशों के लिए खतरा बन चुका है| पूर्वी कांगो के अस्पताल में भर्ती मरीजों के हालिया अध्ययन के अनुसार, मंकीपॉक्स का एक नया और अधिक खतरनाक रूप सामने आया है।विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि वायरस अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर विश्व भर में फ़ैल सकता है| अफ्रीकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने मंगलवार को महाद्वीप में मंकीपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था| संगठन के अनुसार, इस साल अफ्रीका में मंकीपॉक्स के 14,000 से अधिक मामले और 524 मौतें दर्ज की गई हैं, जो पिछले साल के आंकड़ों से ज्यादा हैं|
मंकीपॉक्स है क्या?
इस वायरस को पहली बार 1958 में तब पहचाना गया जब बंदरों में एक “चेचक जैसा” रोग फैल रहा था| एमपॉक्स को पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था| हाल के सालों तक अधिकांश मामले मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उन लोगों में पाए जाते थे जो संक्रमित जानवरों के संपर्क में आते थे| 2022 में, एमपॉक्स वायरस के यौन संपर्क के माध्यम से फैलने की पुष्टि की गई और 70 से ज्यादा देशों में इसका प्रकोप हुआ| इनमें बहुत से ऐसे देश थे जिनमें पहले एमपॉक्स के मामले नहीं देखे गए थे. एमपॉक्स, चेचक के समान वायरस परिवार का है लेकिन इसके लक्षण उतने गंभीर नहीं होते| 2022 में भारत में भी इसके कई मामले मिले थे|
मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लक्षण:
पॉक्स की तरह दिखने वाला मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) जानवर से इंसान में आया है। संक्रमित होने के बाद इंसान में लक्षण प्रकट होने में आम तौर पर एक-दो सप्ताह का समय लग जाता है। फ्लू जैसे लक्षणों के बाद आमतौर पर दाने निकलते हैं। दाने फुंसी या छाले जैसे दिख सकते हैं और दर्दनाक हो सकते हैं।चेहरे, मुंह और हाथों, पैरों, छाती या जननांगों पर घाव दिखाई दे सकते हैं।
नए क्लेड का पता चला
पूर्वी कॉन्गो में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के एक नए क्लेड का पता चला है, जो पड़ोसी देशों में फैलने की संभावना दिखाता है। ये देश पहले मंकीपॉक्स से अछूते थे, जिससे संक्रमण का जोखिम बढ़ गया है। टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने चिंता जताई कि यह स्थिति अफ्रीका और उसके बाहर और अधिक फैल सकती है