शहर के सिविल अस्पताल में जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने की उम्मीद है। इसके लिए चिकित्सा अधिकारियों ने अस्पताल परिसर में बिछाई गई ऑक्सीजन की पाइपलाइन के प्वाइंटों की जांच शुरू करा दी गई है। शहर में बरोदा रोड स्थित 50 बेड के सिविल अस्पताल में ओपीडी से लेकर आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं संचालित हैं। ऐसे में अस्पताल प्रशासन द्वारा यहां मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा किया जाता है।
इनमें अस्पताल प्रशासन मरीजों को आपात स्थिति में सिलेंडरों के माध्यम से ऑक्सीजन भी खरीदकर उपलब्ध करा रहा है, जिसके अस्पताल में 15 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। अस्पताल प्रशासन द्वारा यह प्रक्रिया इसलिए अपनाई जा रही है, क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में परिसर में लगा 800 एलपीएम क्षमता का पीएसए ऑक्सीजन प्लांट अब तक चालू नहीं हो पाया है। यह प्लांट सरकार ने टाटा कंपनी के माध्यम से लगवाया है। कंपनी ने ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने के बाद उसका ट्रायल करके दिसंबर 2022 में सिविल अस्पताल को हैंडओवर भी कर दिया था।
निगम से एस्टीमेट अस्पताल परिसर में लगे ऑक्सीजन प्लांट को चालू करने के लिए अलग से बिजली का पैनल चाहिए। इसी के तहत लेकर चिकित्सा अधिकारियों ने बिजली निगम को पत्र लिखकर एस्टीमेट भी मांगा हुआ है।
अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन प्लांट के साथ पाइपलाइन भी बिछाई गई है। पाइपलाइन के प्वाइंटों के सही होने का पता लगाने के लिए उनकी जांच कराई जा रही है। इसके बाद ऑक्सीजन प्लांट को चालू करने के लिए आगामी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।