अक्सर हम पुलिस की अमानवियता पर सैंकड़ो खबरें बनाते है, पुलिस की बर्बरता पर, क्रुरता पर, लेकिन पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी होता है. जो दुनिया शायद ही देख पाती है.
आज उत्तर प्रदेश के महोबा में से एक ऐसा मामला सामने आया जहां एक छात्र के लिए पुलिस भगवान बनकर आई. असल में यूपी में लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित यूपीपीसीएस परीक्षा आयोजित की जा रही थी इसी को लेकर सुबह से ही परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों की भीड़ जुटी रही थी, इस कड़ी में बाहर से प्रदेश से बाहर के छात्र भी परीक्षा देने पहुंचे थे.
वहीं आज एक परीक्षा सेंटर पर एक मामला सामने आया जहां एक छात्र विभाग की गलती का खामियाजा भुगत सकता था. असल में दो परीक्षा केंद्रों का एक जैसा नाम होने पर गलती से एक छात्र अन्य परीक्षा केंद्र में चला गया।
जैसे छात्र को लगा की मैं अब दूसरे परीक्षा केंद्र नहीं जा सकता चुंकि वह 20 किलोमीटर दूर है, इस दरमियान पुलिस भगवान बनकर आई, पुलिस ने अभ्यर्थी की मदद की और उसे पुलिस वाहन से 20 किलोमीटर दूर उसके केंद्र तक पहुंचाया गया। जिसके बाद छात्र परीक्षा केंद्र पर मात्र कुछ ही समय में पहुंच पाया, पुलिस ने जिस प्रकार युवक की मदद की उसके बाद युवक ने पुलिस का धन्यवाद करते हुए कहा कि पुलिस आज मेरी साल भर की मेहनत को बचा लिया.