हरियाणा के सोनीपत में आरा मशीन चलाने वाला व्यक्ति लेनदारों की धमकियों से परेशान होकर लापता हो गया। दुकान से उसके मोबाइल फोन और एक पत्र मिला, जिसमें लिखा था कि वह कई लोगों से परेशान होकर दुनिया छोड़ कर जा रहा है। उसकी पत्नी का आरोप है कि कुछ लोग हथियार लेकर दुकान पर आए थे। उन्होंने उसके पति की हत्या करने और बच्चों को अगवा करने की धमकी दी थी। पुलिस ने गोहाना थाना में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
गोहाना में सिविल रोड पर शिव मंदिर वाली गली में रहने वाली महिला स्वाति ने पुलिस को बताया कि उसका पति सचिन खरखौदा रोड गोहाना में आरे का काम करते हैं। वे रोज शाम को 6:00 बजे घर आ जाते थे, लेकिन 10 अक्टूबर की शाम को देर रात तक घर नहीं पहुंचे। रात 9.10 बजे एक दुकानदार जिसका नाम शंटी है, उसका फोन उसके देवर के पास आया। उसने बताया कि आपके बड़े भाई अपनी बाइक उसकी दुकान पर छोड़ कर गए हैं। बोल कर गया है कि मेरे भाई को चाबी दे देना।
स्वाति ने बताया कि इसके बाद से उसके पति का फोन आ रहा था। हमने पूरी रात उनको तलाश किया, लेकिन उनका कहीं भी सुराग नहीं लगा। सुबह वे दुकान पर गए तो वहां पर उनको एक पॉलीथिन में उसके पति के दोनों मोबाइल फोन और एक चिट्टी मिली। चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि मैं कई लोगों से परेशान होकर यह दुनिया को छोड़ कर जा रहा हूं। उन लोगों के नाम रजिश मलिक, बिलानिया, राजेन्द्र जागसी, राम कुमार मलिक (काका बरोक) अरुण बरोक, हिमांशु शगल हैं।
उसने बताया कि हिमांशु निवासी दिल्ली जो कि काका बरोक का भांजा है और व रोहित काका बरोक का भतीजा है। उसने बताया कि उनके पति का इन लोगों के साथ लेन देन था। परवीन चिंदा उर्फ पीनु ठेकेदार, जगदीश चिंदा इन सब ने उसके पति सचिन व हमारे पूरे परिवार को परेशान किया हुआ है। इन्होंने धमकी दी थी कि अगर उनकी मुंह मांगी रकम नही दी तो वे हमारे बच्चों को अगवा कर लेंगे।
महिला ने बताया कि उनकी सभी प्रॉपर्टी के कागजात व अन्य काफी सारे कोरे कागजात, जिस पर उसकी सास दर्शना रानी व पति सचिन, देवर विक्की के हस्ताक्षर व अंगूठे हैं, उनके पास हैं। काफी सारे ब्लैंक चेक जिस पर मेरे पति सचिन व देवर विक्की के हस्ताक्षर है, को काका बरोक, हिमांशु शगल, राजेश मलिक, राजेंद्र जागसी, पिनु ठेकेदार ने जबरदस्ती ले रखे हैं। वे सब इनके आधर पर उनसे जबरन पैसे की वसूली कर रहे थे और ब्लैकमेल कर रहे थे।
स्वाति ने बताया कि 7 अक्टूबर को काका बरोक व राजेन्द्र जागसी अपने साथ कई लोगों को लेकर हमारे घर आए और धमकी देने लगे कि आरा मशीनें, मकान व प्रॉपर्टी हमारे नाम कर दो। नहीं तो हम केस कर देंगे। इसके बाद 10 अक्टूबर को करीब ढ़ाई बजे राजेंद्र जागसी, काका बरोक, राम कुमार मलिक GYM वाले आये और वो अपने साथ तलवार व बंदूक लिए हुए थे। उन्होंने हमें और हमारे बच्चों को जान से मरने की धमकी दी। इनकी धमकियों से परेशान होकर उनके पति गायब हो गए। उनको डर सता रहा है कि कहीं वे आत्महत्या न कर लें।