अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाभारतीय के जनसंचार विभाग द्वारा ‘डिजिटल मीडिया साक्षरता’ विषय पर एक विशेष विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में सिरसा के चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय  के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सांगवान ने विद्यार्थियों को संबोधित किया।
डॉ. अमित सांगवान ने विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करते हुए कहा कि आज विश्व नई टेक्नोलॉजी के युग में प्रवेश कर चुका है और नई तकनीक के कारण हर कार्य में तीव्रता आई है । उसी तरह संचार के क्षेत्र में भी डिजिटल मीडिया के आगमन ने बड़े परिवर्तन किए है। उन्होंने कहा कि जनसंचार के विधार्थियों को डिजिटल मीडिया के प्रयोग के विषय में जानकारी होना अति आवश्यक है।
प्रो. सांगवान ने कहा कि डिजिटल वेलबीइंग यानी डिजिटल उपकरणों और प्लेटफॉम्र्स का सही और संतुलित उपयोग करके विद्यार्थी जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं।  उन्होंने बताया कि तकनीक ने हमारी जिंदगी को सरल बनाया है, लेकिन इसके अत्यधिक उपयोग से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें, डिजिटल डिटॉक्स का अभ्यास करें, और सकारात्मक व सार्थक सामग्री का ही उपयोग करें।
उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल मीडिया साक्षरता लोगों को जानकारी समझने और विश्लेषण करने की क्षमता प्रदान करती है। इसके माध्यम से हम गलत सूचनाओं से बच सकते हैं और डिजिटल प्लेटफॉम्र्स का उपयोग अपनी भलाई और समाज के विकास के लिए कर सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि डिजिटल वेलबीइंग का मतलब केवल तकनीक से दूरी बनाना नहीं है, बल्कि इसका ऐसा उपयोग करना है जो हमारी मानसिक शांति और उत्पादकता को बढ़ाए।
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. जसमेर  सिंह ने कहा कि महाविद्यालय की प्राचार्या  डॉ  शबनम राठी के मार्गदर्शन में विभाग समय-समय पर विद्यार्थियों के हित में ऐसे आयोजन करता है। उन्होंने विद्यार्थियों को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनने की अपील की और विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करने पर जोर दिया। कार्यक्रम में विभाग के सहायक प्रोफेसर  डॉ. अजय सहित, डॉ. प्रदीप

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