बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में शादी करने के लिए बारात लेकर पहुंचे दूल्हा और उसके पिता को लड़की पक्ष ने बंधक बना लिया।और इस दौरान में तीन दोनों तक बंधक बने दोनों को पुलिस ने न सिर्फ मुक्त कराया बल्कि शादी भी करवाई है। जिसकी चर्चा पूरे गांव में खूब है मामला जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र का है।
परिजनों का कहना है कि शादी में होने वाली रिवाज के दौरान लड़का पक्ष के द्वारा लाए गए गहने कम दिखे, जिससे लड़की पक्ष नाराज हो गये। गहना कम होने के मुद्दे पर दोनों तरफ से बहस होने लगी। धीरे धीरे व्बात बढ़ने लगी और फिर लड़की पक्ष वाले न सिर्फ दूल्हा को बल्कि उसके पिता को भी बेटे के ससुराल में ही बना लिया। दोनों बाप-बेटे तीन दिनों तक बंधक बने रहे। जब लड़का और उसके पिता शादी के बाद घर नहीं लौटे तब लड़का पक्ष के लोग इस मामले की जानकारी बरियारपुर थाना की पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस शादी स्थल पर पहुंची और मामले का निबटारा किया। पुलिस ने दोनों की शादी मंदिर में करवाई। फिलहाल इस शादी की खूब चर्चा  हो रही है।
घटना के संदर्भ में ग्रामीणों का कहना है कि बीते 4 दिन पूर्व बंदरा प्रखंड के पियर थाना क्षेत्र के मीरापुर गांव से 18 नवंबर को बरियारपुर थाना क्षेत्र के राजापाकड़ गांव के मुन्ना महतो के घर बारात आई थीं। इस दौरान बारात आने के बाद लड़की पक्ष के लोगों ने खूब धूम धाम से बारातियों का स्वागत किया और जयमाला भी करवाई। विवाह शुरू होने के क्रम में लड़का पक्ष के द्वारा लाए गए गहने बहुत ही कम दिखे। लड़की पक्ष का कहना था कि हमने जब अच्छा खर्चा किया है और दहेज भी दिया था उसके बाद भी गहने कम क्यों लाए गए ? इसी बात पर लड़की के परिजन आक्रोशित हो गए और शादी स्थल पर ही हंगामा करने लगे। लड़की पक्ष के लोग शादी करने से इंकार कर दिए और दुल्हा के साथ-साथ उसके पिता को भी वहीं बंधक बना लिया। लड़की वाले कहने लगे कि जितना गहना देने की बात थी उतना लेकर आओ फिर शादी होगी। वहीं हंगामा बढ़ते देख बारात में आए अन्य बाराती हंगामा देख वहां से फरार हो गए। वही इस घटना के अगले दिन मामले को लेकर दोनों पक्ष के लोगों ने पंचायत बैठाई,  लेकिन बात नहीं बनी।  तब तक दो दिन गुजर चुका था। तीसरे दिन लड़का पक्ष के लोग बरियारपुर थाने में लिखित आवेदन देकर मामले को सुलझाने की गिहार लगाई। पुलिस ने मामले की जांच कर दोनों की शादी गांव के मंदिर में करवाई और फिर लड़की की विदाई हुई।
इस मामले में बरियारपुर थाना अध्यक्ष चांदनी कुमार सांवरिया ने बताया कि शादी करने के आए हुए लड़का पक्ष के द्वारा थाना में आवेदन दिया गया था। आवेदन के आलोक में त्वरित कार्रवाई करते हुए राजापाकड़ गांव में बंधक बने दुल्हा और उसके पिता को मुक्त कराया गया। वहीं दोनों पक्षों को समझा बुझाकर ग्रामीणों और पुलिस की मौजूदगी में गांव के पास ही एक मंदिर में दोनों की राजामंदी से शादी कराई गई। दोनों की शादी के बाद लड़का पक्ष ने आवेदन वापस ले लिया है।

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