हरियाणा के भिवानी जिले के एक गांव में शादी के मंडप में सन्नाटा फैल गया. यह सन्नाटा शादी होने के बाद का नहीं, बल्कि दो बार एक ही लड़की की बारात ना आने पर पसरा है. बताया जा रहा है कि इस गांव के एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी रोहतक जिला के एक गांव के लड़के से तय की थी. पर शादी के दिन बारात नहीं आई. लड़की के परिजनों की धड़कनें बढ़ी तो लड़के वालों से बात की. बात करने पर जो वजह सामने आई उसे जानकर लड़की वालो के पैरों तले से जमीन ही खिसक गई. पता चला की लड़का HIV पॉजिटिव है. जिसके बाद लड़के के पिता ने लड़की वालों से माफी मांगी और कहा कि मेरा छोटा बेटा है उससे शादी करवा दूंगा और वह फौज में नौकरी करता है. यह सुन लड़की और उसके परिजन खुश हो गए और गुस्से को थूक दिया. लड़की एक बार फिर अपने होने वाले दुल्हे का बेसब्री से इंतजार करने लगी. मगर दूसरी बार भी जब दूल्हा बारात लेकर नहीं आया, तो वह उदास हो गई. जिसके बाद उसके पापा ने उसे जाकर बताया कि अब वह लोग दहेज मांग रहे हैं. यह सुन लड़की की हालत खराब हो गई. लड़की के पिता की मानें तो उन्होंने कहा कि हमारे साथ ये धोखा किया
दरअसल, लड़के के HIV पॉजिटिव निकलने के बाद पिता और जीजा ने लड़की वालों से माफी मांगी. जिसके बाद लड़की की शादी दुल्हे के छोटे भाई से करने की सहमती बनी, पर इसके बाद भी बारात नहीं आई. दुल्हन के पिता ने फिर लड़के वालों से बात की. इस बार कहा गया कि लड़का आर्मी में नौकरी करता है. इसकी शादी में कार व 10 लाख रुपए नगद दहेज में देने होंगे. तभी बारात आएगी. इसमें लड़की का पिता सक्षम नहीं था तो उसने पुलिस में शिकायत दी.
इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि लड़की के पिता ने शिकायत दी है कि उनकी बेटी की शादी को लेकर लड़कों वालों ने दो बार धोखा देकर बारात लेकर नहीं आए. जांच अधिकारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि पहले दुल्हा HIV पॉजिटिव होने और फिर उसके छोटे भाई के आर्मी में होने पर कार और 10 लाख रुपये दहेज में मांगने और वो ना देने पर बारात नहीं आई. जांच अधिकारी का कहना है कि दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए बुलाया है, पर अभी कोई पक्ष नहीं आया है. दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी.
एक लड़की की एक दिन में दो बार बारात आने की बात हुई, पर बारात एक बार भी ना आने पर लड़की और उसके परिजनों पर क्या बीती होगी, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है. ऐसे में अब देखना होगा कि समाज को कलंकित करने वाले इस धोखे में पुलिस की जांच कब पूरी होती है और उस जांच की आंच में कौन-कौन झुलसता है.