उत्तर प्रदेश के आगरा से पालतू कुत्ते के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। बीमार हालत में उसके पैर और मुंह बांधकर प्लास्टिक के बैग में कूड़े के ढेर में फेंक दिया गया। एक निजी होम के कर्मचारियों ने उसे देखा। उसे कैस्पर्स होम लेकर आए। अब उसकी हालत में सुधार है। खंदाैली मार्ग पर गांव पोइया में कैस्पर्स होम है।
संचालिका विनीता अरोरा ने बताया कि शुक्रवार रात को कर्मचारी कूड़ा डालने पास के डलावघर गए थे। उन्हें प्लास्टिक बैग दिखा। उसे हिलता देखकर शक हुआ, जब खोलकर देखा तो उसमें जर्मन शेफर्ड प्रजाति का कुत्ता था। उसके पैर और मुंह बंधे थे। वह सांस भी नहीं ले पा रहा था।
कर्मचारी उसे कैस्पर्स होम लेकर आए। जांच में पता चला कि उसके दोनों पैर लकवाग्रस्त हैं। चिकित्सक को दिखाया गया। उन्होंने बताया कि पूंछ के पास ट्यूमर की भी समस्या है। उम्र भी 10 से 12 साल है। अब उसका इलाज कराया जा रहा है।
सिकंदरा चौराहे के पास एक और कुत्ते को सात दिन पहले फेंका गया था। उसकी एक आंख में इंफेक्शन था। वह एक सार्वजनिक शौचालय के पास पड़ा मिला। कैस्पर्स होम के कार्यकर्ता उसे लेकर आए। उसका इलाज कराया जा रहा है।