एसपी नीतीश अग्रवाल ने कहा कि जनता के सहयोग से ही नशे को खत्म किया जा सकता है। जनता पुलिस को सहयोग करे ताकि नशे को जड़ से खत्म किया जा सके। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों का आहवान किया कि नशा मुक्ति के लिए आगे आएं। एसपी ने चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए ठीकरी पहरा लगाने की भी अपील की। इससे पहले उन्होंने पुलिस स्टेशन में पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर नशे के खात्मे के लिए अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
पंचायत प्रतिनिधियों व कस्वावासियों को सम्बोधित करते हुए एसपी नीतीश अग्रवाल ने कहा कि अनेक युवा जो नशे में किसी कारणवश धंस जाते हैं और फिर उस नशे की पूर्ति के लिए कोई भी आपराधिक वारदात करने से नहीं हिचकिचाते। नशा मुक्त व अपराधमुक्त समाज की स्थापना के लिए हम सभी को मिलकर कदम उठाने होंगे, तभी यह मुहिम सार्थक होगी। एसपी ने कहा कि जिला पुलिस मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई कर रही है, मगर लोगों में नशा के खिलाफ जागरूकता पैदा करने तथा इस अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए जन सहयोग अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए खेलकूद प्रतियोगिता करवाएं। वहीं, उन्होंने अभिभावकों को बच्चों की दिनचर्या और उनकी गतिविधियों की निगरानी करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशा संपूर्ण समाज के लिए एक बड़ी समस्या है। नशे के नाश के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आकर प्रयास करना चाहिए।
एसपी नीतीश अग्रवाल ने कहा कि युवा नशा मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। युवाओं को औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा भी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए एक अभिशाप है। आज प्रत्येक व्यक्ति को अपने परिवार पर ध्यान देने की जरुरत है। इसके साथ-साथ जो व्यक्ति नशा नहीं करता है, उसका फर्ज बनता है कि समाज में नशे को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ पुलिस व प्रशासन को गुप्त जानकारी दे। उन्होंने कहा कि जब आम आदमी का योगदान होगा तो नशे जैसी बुराई पर काबू पाया जा सकेगा। एसपी ने पंचायत प्रतिनिधियों से भी सुझाव मांगे। विभिन्न सरपंचों द्वारा रखे गए सुझावों का स्वागत करते हुए एसपी ने आश्वस्त किया कि पुलिस प्रशासन आमजन की हिफाजत के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर डीएसपी दलीप सिंह, डीएसपी जयभगवान ने भी अपने विचार रखते हुए आमजन से नशे की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग किए जाने की अपील की।