उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी अतुल सुभाष ने पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली जोकि कानूनी मुद्दा बन गई है। इस मामले पर देशभर में महिला-पुरुष के प्रति कानून और न्याय को लेकर चर्चा हो रही है। यह दुखद है कि अतुल की आत्महत्या के बाद उसके मौत की वजह का खुलासा कुछ इस तरह हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, अतुल ने 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा था। इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वीडियो सहित नोट साझा कर अपने साथ हो रही आप बीती सुनाई और इसे अपने सुसाइड का कारण बताया। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष, बेंगलुरु में एक निजी फर्म में सीनियर एग्जीक्यूटिव के रूप में काम करते थे। वे अपनी पत्नी से अलग हो चुके थे और बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा में मंजनाथ लेआउट में अकेले रहते थे। परिवार के मुताबिक, अतुल की पत्नी और उसके परिवार द्वारा अतुल पर बार-बार लगाए गए आरोपों और अदालत के मामलों ने उन्हें तोड़ दिया था।
इस केस के उजागर होने के बाद अब मराठाहल्ली पुलिस ने अतुल सुभाष के भाई विकास कुमार की शिकायत पर अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। FIR भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 और 3(5) के तहत निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ दर्ज की गई है।
सुसाइड वीडियो में अतुल ने अपनी पत्नी, उसके परिवार के सदस्यों और एक जज पर उत्पीड़न, जबरन वसूली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। अतुल सुभाष ने 2019 में निकिता सिंघानिया से शादी की थी और उनका एक बच्चा भी है।
अतुल के भाई विकास द्वारा दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि चारों आरोपियों ने तलाक के बाद अतुल के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया और मामले के निपटारे के लिए 3 करोड़ रुपये देने पर जोर दिया। इसके अलावा, शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि अतुल की पत्नी ने उसे अपने चार साल के बेटे से मिलने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी।
शिकायत में आगे आरोप लगाया गया है कि अतुल ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित होने के कारण आत्महत्या की है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
इससे पहले समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए अतुल के भाई विकास कुमार ने कहा था, “मेरे भाई की पत्नी के उससे अलग होने के लगभग 8 महीने बाद, उसने तलाक का मामला दायर किया और मेरे भाई और हमारे पूरे परिवार के खिलाफ विभिन्न अधिनियमों और धाराओं के तहत कई आरोप लगाए।”
34 वर्षीय अतुल सुभाष को सोमवार को उनके घर में फांसी पर लटका हुआ पाया गया था। घटनास्थल से 24 पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। सुसाइड नोट के अनुसार, उनकी पत्नी को पहले से ही हर महीने 40,000 रुपये गुजारा भत्ता मिल रहा था, “एक्सेंचर में काम करने और खुद पैसे कमाने के बावजूद”, और फिर भी, उसने 2-4 लाख रुपये और मांगे। अपने सुसाइड नोट में, अतुल ने न्याय की मांग करते हुए 24 पन्नों के नोट के हर एक पन्ने पर लिखा, “न्याय मिलना चाहिए”।
उन्होंने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया जिसमें कथित उत्पीड़न के बारे में बताया गया था और अपने परिवार के सदस्यों से कहा था कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वे उनकी अस्थियों का विसर्जन न करें। नोट में यह भी कहा गया था कि उनके माता-पिता को उनके बच्चे की कस्टडी दी जाए। उनके सुसाइड नोट में उनके चार साल के बेटे के लिए भी एक संदेश था, जिसके बारे में उनका दावा है कि उसे उनसे अलग रखा गया है।