हरदोई के नामी वकील कनिष्क मेहरोत्रा की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। 2 शूटर्स घर में क्लाइंट बनकर आए। मुंशी से कहा कि कोर्ट मैरिज करनी है। वकील साहब को बुला दीजिए। कनिष्क कमरे में पहुंचे तो शूटर्स ने उनको फाइल पकड़ा दी।
फाइल खोलते ही शूटर्स ने कनपटी पर गोली मार दी। मुंशी चिल्लाया तो शूटर्स भाग गए। उनका एक साथी बाहर खड़ा था। वारदात के बाद परिवार गंभीर हालत में कनिष्क मेहरोत्रा को लखनऊ ला रहा था, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई।
शनिवार शाम को शहर के पॉश इलाके में वकील की हत्या से पुलिस में हड़कंप मच गया। SP नीरज जादौन कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। शहर से बाहर जाने वाले रास्तों की चेकिंग शुरू की। हालांकि, शूटर्स का पता नहीं चल पाया।
पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें होटल कारोबारी रानू गुप्ता, सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान प्रदेश सचिव वीरे यादव भी हैं।
शहर के पॉश इलाके कोतवाली में कनिष्क मेहरोत्रा रहते थे। उनका घर पुलिस बूथ से 20 मीटर की दूरी पर है। उन्होंने घर के बाहरी हिस्से में दफ्तर बना रखा था। मंगलवार सुबह 11 बजे वह कोर्ट गए। दिनभर काम करने के बाद 4.30 बजे वापस घर पहुंचे।
शाम 7.15 बजे 2 युवक उनके घर पहुंचे। उन्होंने दरवाजे पर नॉक किया। वारदात के वक्त घर में मुंशी गिरीश चंद्र वर्मा और काम करने वाली महिला थी। मुंशी इस पूरी वारदात का प्रत्यक्षदर्शी है।
मुंशी ने बताया कि घर का दरवाजा लॉक नहीं था। बाहर से आवाज आई तो मैंने उनको अंदर बुला लिया। पूछा क्या काम है? उन्होंने जवाब दिया कि कोर्ट मैरिज करानी है। बाबूजी (वकील) को बुला दीजिए।
मुंशी ने बताया- मैं उन दोनों युवकों को वहीं बैठाकर साहब को बुलाने अंदर गया। वकील साहब जैसे ही कमरे में आकर कुर्सी पर बैठे तो उन लोगों ने एक फाइल पकड़ा दी। फाइल को खोलते ही एक बदमाश ने तमंचा निकालकर सीधे उनकी कनपटी में गोली मार दी और फरार हो गए। गोली सिर को चीरती हुई उनके गले में फंस गई।
मुंशी ने पूछताछ में बताया कि पूरी वारदात 15 से 20 मिनट के अंदर हुई। वह मर्डर की पूरी तैयारी करके आए थे। उनका एक आदमी बाहर खड़ा था।
हत्या के विरोध में बुधवार सुबह से वकील प्रदर्शन कर रहे हैं। वकील SP ऑफिस से नारेबाजी करते हुए सिनेमा चौराहे पर पहुंचे। यहां जाम लगाकर दिया। सूचना पाकर सीओ सिटी अंकित मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वकीलों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने।