हरियाणा के जींद जिले में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल पर चौथी कक्षा में पढ़ने वाली दस साल की छात्रा से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है।छात्रा के परिजनों का आरोप है कि आरोपी प्रिंसिपल ने उनकी बेटी को बाथरूम में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर टॉफी देकर उसे चुप करा दिया| पुलिस ने बच्ची के बयानों के बाद आरोपी प्रिंसिपल यशपाल के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। नरवाना सदर थाना क्षेत्र के एक गाँव की महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसकी 10 साल की बेटी एक निजी स्कूल की चौथी कक्षा में पढ़ती है।उन्होंने कहा कि शुक्रवार को स्कूल से लौटने के बाद बेटी काफी परेशान थी।उसी शाम को महिला का अपने पति से किसी बात काे लेकर झगड़ा हो गया था, जिससे उनकी बेटी बहुत सहम गई और रोने लगी।
माता-पिता के पूछने पर बेटी ने रोते हुए बताया कि घर पर आप दोनों परेशान करते हो और स्कूल में प्राचार्य उसके साथ गलत काम करता है।जिस वजह से उसके पेट में हमेशा दर्द रहता है।छात्रा की माँ ने शिकायत में बताया कि उनकी बच्ची अपनी कक्षा में बैठी थी, उसी समय स्कूल का प्राचार्य कक्षा में आया और उसे दूसरे कमरे का दरवाजा बंद करने के लिए कहने लगा| जैसे ही वह दरवाज़ा बंद करके वापस लौटी, प्रिंसिपल उसे स्कूल का नया गलियारा दिखाने के बहाने स्कूल के शौचालय में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया| फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। लड़की ने बताया कि प्राचार्य ने उसे रेप के बारे में किसी को न बताने की धमकी भी दी| इस घटना से पूर्व भी स्कूल का प्राचार्य उसके साथ ऐसी अश्लील हरकतें करता रहा है। महिला थाना पुलिस ने पीडि़ता की मां की शिकायत पर आरोपित स्कूल प्राचार्य यशपाल के खिलाफ दुष्कर्म करने, बंधक बनाने, यौन उत्पीडऩ करने तथा छह पाक्सो एक्ट समेत विभिन्न भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।