स्थानीय चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर कार्यक्रम के विद्यार्थियों के समक्ष आ रही विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर एनएसएसयूआई द्वारा सीबीएलयू प्रशासन को कई बार अवगत करवाने के बावजूद भी समस्या का समाधान ना होने पर मंगलवार को एनएसयूआई पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष मनजीत लांग्यान के नेतृत्व में स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन किया तथा उपायुक्त के माध्यम से हरियाणा राज्यपाल व शिक्षा मंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा।
मांगपत्र सौंपते हुए एनएसयूआई जिला अध्यक्ष मनजीत लांग्यान ने कहा कि सीबीएलयू प्रशासन द्वारा जिस विद्यार्थी के एक विषय में रि अपीयर थी, उनको पहले तो दाखिला दे दिया तथा उन्हे विशेष चांस देने व परीक्षा करवाने के नाम पर 5 हजार रूपये की फीस भी भरवाई गई, परन्तु इसके बावजूद भी उनको परीक्षा में बैठने देने तो दूर प्रवेश पत्र तक नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कुछ विद्यार्थियों को अल्प उपस्थिति के कारण परीक्षा प्रवेश पत्र उपलब्ध नहीं करवाए गए, जिसके कारण वे परीक्षा से वंचित रह गए। लांग्यान ने कहा कि जब विश्वविद्यालय द्वारा इन परीक्षाओं के लिए 700 रूपये बतौर फीस लिए जाते है तो उनसे पांच हजार रूपये की फीस क्यो ली गई। यह स्पष्ट रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के विद्यार्थियों को शिक्षा से दूर करने का षडय़ंत्र है।
राज्यपाल व शिक्षा मंत्री के नाम सौंपे मांगपत्र के माध्यम से एनएसयूआई ने मांग की कि परीक्षा परिणाम जारी करने, विद्यार्थियों द्वारा उठाई गई समस्या के समाधान की व विद्यार्थियों की डिग्री या डीएमसी देने की समय सीमा निर्धारित की जाए। परीक्षा के कम से कम 10 दिन पहले अनुक्रमांक जारी किए जाए। गलत परीक्षा परिणाम को तुरंत प्रभाव से ठीक करवाए जाए। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए अलग से हॉस्टल की सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि उपरोक्त समस्या व मांगों बारे कई बार सीबीएलयू प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन विद्यार्थियों की समस्या समाधान व भविष्य की तरफ सीबीएलयू प्रशासन जरा भी रूचि नहीं दिखा रहा, जिसके चलते विद्यार्थियों के समक्ष समस्याएं खड़ी है। उन्होंने राज्यपाल व शिक्षा मंत्री से मांग करते हुए कहा कि वे तुरंत प्रभाव से सीबीएलयू प्रशासन को उपरोक्त समस्याओं के समाधान व मांगों को पूरा करने के निर्देश जारी करें।