भिवानी जिले का स्थापना दिवस 52 किलो का केक काटकर मनाया गया। नगर व्यापार मंडल एवं शहर विभिन्न सामाजिक संगठनों, संस्थाओं और प्रबुद्ध नागरिकों ने यह उत्सव मनाया और केक वितरित किया और एक दूसरे को भिवानी के जन्मदिन पर बधाई दी। नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भानु प्रकाश शर्मा ने कहा कि भिवानी जिले ने पिछले 52 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में अर्जित की गई बुलदियों के कारण विश्व में अपनी विशेष पहचान बनाई है। जिला ने गठन से लेकर अब तक विभिन्न क्षेत्रों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में भिवानी के बहुत से लोग अपना नाम कमा रहे हैं, जो कि भिवानी वासियों के लिए गर्व की बात है। यहां सैकड़ों मंदिर भी धार्मिकता व सामाजिक समरसता में पीछे नहीं रहते, इसीलिए भिवानी देश में छोटी काशी का दर्जा पाती है।
उन्होंने कहा कि भिवानी ने देश को बहुत कुछ दिया है, इसलिए हमें भिवानी और भिवानी की जनता पर बड़ा गर्व है। देश की रक्षा कि बात की जाए या फिर दानवीरों की बात कही जाए तो भिवानी कभी पीछे नहीं रहता। इसी प्रकार से समाजसेवा के क्षेत्र में भी भिवानी के लोग पीछे नहीं हैं। इन दिनों भिवानी जिला में गहराई समस्याओं के समाधान के बारे में भानुप्रकाश ने कहा कि भिवानी की समस्याओं पर शहरवासियों को मंथन कर उनका समाधान निकालना होगा, तभी भिवानी जिला को विकास के मामले में और आगे ले जाया जा सकता है। स्वच्छता पर भी हम सबको मिल कर काम करना होगा।
भिवानी जिला के इतिहास के बारे में भानु प्रकाश ने कहा भिवानी जिला की स्थापना 22 दिसंबर 1972 को की गई थी। इतिहास पर जाएं तो आईने-अकबरी में भिवानी का जिक्र मिलता है। बताया जाता है कि ये नगर राजपूत राजा नीमपाल सिंह ने अपनी रानी भानी के नाम पर बसाया था। कालांतर में इसका नाम स्थानीय बोली के अनुरूप बिगड़ कर भ्याणी और बाद में भिवानी पड़ गया। वही कुछ लोगों का मानना है कि यहां हिन्दू धर्म की देवी माता भवानी ने अपने चरण रखे थे और उससे इसका नाम बदलकर भिवानी पड़ा। मुगलकाल में यह एक महत्वपूर्ण औद्योगिक नगर था और आज भी हरियाणा और राजस्थान के बीच उद्योग क्षेत्र को बढ़ावा देता है।