NEET पेपर लीक मामले में CBI ने गुरुवार को 2 आरोपी मनीष प्रकाश और आशुतोष को पटना से गिरफ्तार किया। मनीष ने ही पटना के प्ले एंड लर्न स्कूल को रात भर के लिए बुक कराया था। इसी स्कूल में 20 से 25 कैंडिडेट्स को इकट्ठा करके आंसर रटवाया गया और यहीं से जली बुकलेट के टुकड़े मिले थे।
केंद्रीय जांच एजेंसी पिछले दो दिन से 11 लोगों से पूछताछ कर रही है। CBI ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) से 26 जून को यह केस अपने हाथ में लिया था। अब तक पांच राज्यों में पुलिस ने 27 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं।
आज दोपहर 1 बजे CBI की टीम पटना की बेऊर जेल पहुंची। जहां आरोपी चिंटू और मुकेश का मेडिकल कराया और दोनों 8 दिन की रिमांड पर लिया। बताया जा रहा है कि टीम दोनों को अलग-अलग लोकेशन पर ले जाकर पूछताछ करेगी।
चिंटू NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का रिश्तेदार है। दावा है कि चिंटू के मोबाइल पर ही पेपर आया था। जबकि मुकेश गाड़ी से कैंडिडेट्स को उस स्कूल में ले गया था, जहां सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
CBI की टीम झारखंड में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को एक बार फिर स्कूल लेकर गई। मड़ई रोड स्थित स्कूल में 2 घंटे पूछताछ के बाद टीम प्रिंसिपल को लेकर वापस चरही स्थित सीसीएल गेस्ट हाउस लेकर पहुंची। 3 मई को क्वेश्चन ब्लू डार्ट के हजारीबाग नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल लाया गया था। इसके बाद यहां से बैंक भेजा गया।
जीसी नेट परीक्षा भी इसी सेंटर पर हुई थी। ऐसे में अनुमान है कि इसी स्कूल से उसके प्रश्नपत्र लीक होने का शक भी है। आज टीम ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल सह सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का एक मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है।