हरियाणा में करनाल की नीलोखेड़ी विधानसभा में कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। कांग्रेस द्वारा यहां से मौजूदा आजाद विधायक धर्मपाल गोंदर को टिकट दिए है। पार्टी द्वारा उनको टिकट देने के विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राजकुमार वाल्मीकि ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। वाल्मीकि ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इस बार उन्हें टिकट मिलेगी, लेकिन पार्टी ने गोंदर को प्राथमिकता दी, जिससे वे अब आजाद मैदान में उतरने का फैसला कर चुके हैं।
राजकुमार वाल्मीकि 1991 में करनाल जिले के जुंडला हलके से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे और सीपीएस बने थे। उन्होंने 1998 और 2014 में भी कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। 2019 में जब कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दी, तो वे इनेलो में शामिल हो गए थे। बाद में, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वे कांग्रेस में वापस आए और एक बार फिर टिकट की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन इस बार भी उन्हें टिकट नहीं मिली।