हरियाणा के हांसी शहर के कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक से चार साल पहले अंडमान निकोबार में राज्यपाल बनाने के नाम पर 11 करोड़ रुपये ठग लिए गए। पुलिस ने इस मामले में हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर मानवीर को गिरफ्तार किया है। उसे कोर्ट में पेश कर आठ दिन के रिमांड पर लिया है। सुरेंद्र मलिक की एक साल पहले मौत हो चुकी है। उनके पुत्र की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की। इस मामले में मानवीर के एक सहयोगी तलाश है। पुलिस के मुताबिक डॉ. दुष्यंत मलिक ने बताया कि मानवीर वर्ष 2020 में उनके पिता सुरेंद्र मलिक से मिला था। इस दौरान उसने राजनीतिक रसूख का हवाला देकर अंडमान निकोबार का राज्यपाल बनवाने में मदद की पेशकश की। इसकी एवज में उसने सुरेंद्र मलिक से 11 करोड़ रुपये लिए थे।
पाँच अलग-अलग बैंक खातों से दिए रुपये
करीब 9 करोड़ रुपये पांच अलग-अलग बैंक खाते में व 2 करोड़ रुपये नकद दिए गए, लेकिन सुरेंद्र मलिक को राज्यपाल नहीं बनाया तो उन्होंने पैसे वापस मांगे। इस मामले में कई बार पंचायतें हुईं, लेकिन उसने पैसे नहीं दिए।पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मामले की जांच की। डीएसपी संजय सिंह ने बताया कि आरोपी मानवीर को गिरफ्तार कर आठ दिन के रिमांड पर लिया गया है। उसके साथी के बारे में भी पूछताछ की जाएगी|