रक्तदान की अलख जगाते हुए युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करने वाले भिवानी निवासी शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने रविवार को आपातकाल स्थिति में 130वीं बार रक्तदान कर एक फिर से मानव सेवा का संदेश देते हुए युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत बने है।
जानकारी के अनुसार रविवार को शहर के एक नीजि ब्लड सैंटर में एक गर्भवती महिला के लिए दो यूनिट फ्रैश रक्त की जरूरत पड़ी तो उन्होंने स्वयं रक्तदान के लिए कदम बढ़ाते हुए 130वीं बार रक्तदान किया। इस दौरान उनके साथ देवेंद्र सिंह तिगड़ाना ने भी रक्तदान कर किया।
इस बारे में शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने बताया कि उन्होंने रक्तदान की शुरूआत वर्ष 1995 की थी। उन्होंने बताया कि वर्ष 1995 में जब बाढ़ आई थी तो दूर से आई एक गर्भवती महिला को रक्त की जरूरत थी, तब रक्तदान की मुहिम चला रहे अध्यापक प्यारेलाल सांगवान से प्रभावित होकर उन्होंने पहली बार रक्तदान किया तथा गर्भवती महिला की जान बचाई। तब से उन्होंने प्यारेलाल सांगवान को अपना गुरू मान लिया और तब से अब तक लगातार रक्तदान कर रहे हैं।
राजेश डुडेजा ने बताया कि वे अब तक 91 हॉल ब्लड व 39 बार प्लेटलेट्स डोनेट कर चुके है। डूडेजा 1995 से अब तक 28 साल में 130 बार जरूरतों के लिए रक्तदान कर चुके है। जिसके चलते उनके पास प्रमाण पत्रों, प्रशस्ति पत्रों, स्मृति चिह्नों की भरमार है। यही नहीं रेडक्रॉस, नागरिक अस्पताल सहित अनेक संस्थान इन्हें सम्मानित कर चुकी है। जब उन्होंने 100वीं बार रक्तदान किया तो रेडक्रॉस की तरफ से राज्यपाल ने उन्हें सम्मानित कर प्रमाण पत्र दिया था।
रक्तदान महादान की मुहिम को बढ़ा रहे शतकवीर रक्तदाता रक्तवीर राजेश डुडेजा ने कहा कि वे अन्य लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करते रहते है तथा इसके लिए उन्होंने 18 वाट्सएप गु्रप बनाए हुए है। इनकी टीम में पांच हजार के करीब सदस्य हैं, जिनमें से अढाई हजार के करीब एक्टिव सदस्य हैं. जो गु्रप में मैसेज आते ही रक्तदान के लिए पहुंच जाते है।