पंजाब में एक ऑडियो क्लिप का मामला सामने आया है। इस ऑडियो क्लिप ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है। दावा किया जा रहा है कि यह क्लिप लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के प्रमुख सदस्य गोल्डी बराड़ और पंजाब के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के पुलिस उपाधीक्षक बिक्रम सिंह बरार के बीच बातचीत का है। माना जाता है कि गोल्डी बरार अमेरिका में है। आरोप है कि गोल्डी बरार ने बिक्रिम सिंह बरार को कॉल करके उनके गिरोह के खिलाफ मुखबिर तैनात करने के लिए अधिकारी को धमकाया।
पांच वीरता पदकों से सम्मानित डीएसपी बिक्रम बरार गोल्डी बरार के दावों को खारिज कर रहे हैं। क्लिप में वह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि पुलिस ने कानून के अनुसार काम किया है। अवैध कृत्यों में लिप्त किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
ऑडियो क्लिप में, गोल्डी डीएसपी की पहचान पूछकर और खुद को गोल्डी बरार के रूप में पेश करके बातचीत शुरू करता है। इसके बाद वह डीएसपी को बताता है कि वह अमेरिका के कैलिफोर्निया में सुनील यादव की हत्या पर दुख व्यक्त करने के लिए फोन कर रहा था।
अंकित भादू फरवरी 2019 में जीरकपुर के पास पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया था। गोल्डी को डीएसपी से यह कहते हुए सुना गया, ‘जेहरा मर्जी मुखबिर बना लाओ, असीं किसी वी हद तक जान नू तैयार हां (जिसे मर्जी मुखबिर बना लो, हम किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं।)’
डीएसपी ने गोल्डी से कहा, ‘पुलिस कानून के मुताबिक काम करती है…’ गैंगस्टर मनप्रीत सिंह मन्ना और अजय राणा की हत्याओं का जिक्र करते हुए डीएसपी ने कहा कि ये हत्याएं गिरोहों के बीच प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा थीं। डीएसपी ने गोल्डी के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि वह एक प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर को पुलिस रिमांड पर जेल से बाहर लाकर विशेष सुविधा दे रहा है।