दिल्ली सरकार के बाढ नियंत्रण विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से हरियाणा के एक किसान की फसल बर्बाद हो गई है। हरियाणा के किसान ब्रह्मप्रकाश ने इस बाबत 06 जनवरी 2025 को सब डिविज़न मजिस्ट्रेट,नजफगढ़, श्रीमती ममता यादव को एक शिकायत पत्र भेजकर अपनी फरियाद सुनाई है। फरियाद सुनाते हुए किसान ने कहा है कि दिल्ली बाढ़ राहत विभाग द्वारा बनाए जा रहे नाले में ईसापूर्व गांव का गंदा पानी आने के कारण मेरी खड़ी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है महोदया, आपसे
सविनय निवेदन है कि प्रार्थी को हुए नुकसान का मुआयना करने के बाद अति शीघ्र भरपाई के लिए कार्यवाही करें। प्रार्थी ने अपने पत्र में लिखा है कि वह ढाई एकड़ भूमि का छोटा सा किसान है। अपनी खेती-किसानों से अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहा है। प्रार्थी का मूल निवास स्थान गांव माजरी है जो,तहसील बादली जिला झज्जर जिले में पड़ता है। किसान ने दिल्ली हरियाणा सीमा- रेखा के साथ-साथ नजदीक ईसापूर्व के पास अपने ढाई एकड़ खेत में गेहूं की फ़सल लगाई हुई है। यह जमीन दिल्ली- हरियाणा सीमा-रेखा के साथ लगती है। दिल्ली-हरियाणा सीमा रेखा के साथ-साथ दिल्ली बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा एक पानी निकालने का नाला बनाया जा रहा है। निर्माण के दौरान इस नाले के अन्दर दिल्ली बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा ईशापुर गांव का गंदा पानी छोड़ने के कारण उसकी खड़ी फसल में नाले का गंदा पानी भर जाने के कारण उसकी गेहूं की खड़ी फसल डूब गई है। प्रार्थी ने सब डिविज़न मजिस्ट्रेट को यह भी प्रार्थना की है कि दिल्ली बाढ़ नियंत्रण विभाग के लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही के कारण खड़ी गेहूं की फसल में हुए नुकसान का अति शीघ्र मुआयना करवाकर मुझे इसका हर्जा- खर्चा दिलाया जाए और लापरवाह ठेकेदार और कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ़ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए जिससे कि आगे से किसी किसान की मेहनत से उगाई फसल बर्बाद ना होने पाए।
प्रार्थी किसान ने सब डिविज़न मजिस्ट्रेट को लिखे पत्र में आशा ही नहीं विश्वास भी व्यक्त किया है कि सब डिविज़न मजिस्ट्रेट उनकी प्रार्थना पर अति शीघ्र मुआयना करवाकर हुए नुकसान का हर्जा खर्चा दिलाने की कृपा करेंगी। अब सब डिविज़न मजिस्ट्रेट किसान के लिखे पत्र पर कितनी जल्दी कार्यवाही करती हैं यह तो समय बताएगा। लेकिन इस किसान की फ़सल बर्बाद होने से किसान को बहुत ज्यादा नुकसान होने की बात सच है।