साइबर ठगों ने पुलिस बनकर दुष्कर्म के केस से हटाने के नाम पर 30 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित ने मामले में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। शिवनगर मिश्रौलिया जल निगम रोड रौजा निवासी ओम प्रकाश राय ने बताया कि एक जून की शाम साढ़े तीन बजे उनके पास फोन आया। फोन करने वाले ने कहा है वो पुलिस स्टेशन से है। आपके बेटे को किसी ने झूठे दुष्कर्म के केस में फंसाया है। आरोप है कि फोन करने वाले ने बेटे को छोड़ने के लिए 70 हजार रुपये की मांग की। साइबर ठगों की बातों में ओम प्रकाश फंस गए और वे बिना कुछ सोचे-समझे बेटे को बचाने के लिए तैयार हो गए। फोन करने वाले ने तीन मोबाइल नंबर दिए जो यूपीआई से लिंक है। इन नंबरों पर चार बार में 30 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में उन्हें साइबर क्राइम के शिकार होने की जानकारी हुई। ओमप्रकाश ने उसी रात करीब 10 बजे आनलाइन शिकायत दर्ज कराई। 30 जून को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से मेसेज मिला कि 25 हजार रुपये होल्ड हो गया है। पीड़ित पैसे वापस मिलने का इंतजार करता रहा लेकिन काफी दिन बाद भी रुपये नहीं मिले तो उसने साइबर सेल गाजीपुर से शिकायत की। उसे वहां सुझाव दिया गया कि आप मुकदमा दर्ज करा लें। शहर कोतवाल दीन दयाल पांडेय ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।