धान कटाई के बाद किसान फसल अवशेष प्रबंधन करने के लिए धन की फसल अवशेष में आग लगा देते हैं. जिससे यह एक बड़ी समस्या बनी हुई है. क्योंकि इससे वातावरण खराब होता है. उसके साथ-साथ खेत की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है. इसलिए हरियाणा सरकार और कृषि विभाग मिलकर किसानों को जागरूक कर रहा है, कि वह फसल अवशेष का प्रबंधन करें. जिसमें सरकार के द्वारा उनको प्रोत्साहन राशि के रुपये में 1000 के प्रति एकड़ दिया जा रहा है.
किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए हरियाणा सरकार एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी. उपायुक्त राजेश जोगपाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि किसान धान की कटाई के बाद अपने खेत में आग न लगाएं. आग लगाने से वायु प्रदूषण होता है और मिट्टी के पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं. उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन योजना एसबी-82, 2024-25 के तहत अवशेषों को मशीनों की सहायता से मिट्टी में मिलाने पर किसानों को प्रति एकड़ एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि धान अवशेषों को मिट्टी में मिलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी तथा वातावरण को स्वच्छ रखने में सहायता मिलेगी.
आवेदन करने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर धान फसल का पंजीकरण होना अनिवार्य है. जिसकी अंतिम तिथि 30/11/2024 है.